– उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को प्रस्ताव देकर बीमा की दमनकारी स्थिति को दूर करने का प्रयास किया जाएगानागपुर – पटवारी सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश से कृषि व अन्य नुकसान का पंचनामा कर रहे हैं. राज्य के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने सुझाव दिया कि मंदिर और मस्जिद के माध्यम से इन पटवारियों को यह घोषणा करनी चाहिए कि वे किसानों की जानकारी देने के लिए गांव आए हैं.
नागपुर संभाग में भारी बारिश की समीक्षा के लिए पिछले सप्ताह को विभागीय आयुक्त कार्यालय में एक बैठक ली. बाद में कृषिमंत्री ने कहा कि नागपुर विभाग में जुलाई तक का पंचनामा पूरा हो चुका है. अगस्त का पंचनामा आधा शेष है और इसे दो से तीन दिन में पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
सरकार उक्त मामले को गंभीरता से ले हुए कहा कि राज्य में कोई भी किसान सहायता से वंचित न रहे। पंचनामा को लेकर जनप्रतिनिधियों ने कुछ शिकायतें कीं। सत्तार ने कहा कि पटवारी को निर्देश दिया गया था कि वह गांव में जाकर मंदिर और मस्जिद से आने की घोषणा करें. पटवारी के पंचनामा के लिए खेत पर नहीं जाने की शिकायत के संबंध में उन्होंने कहा, जिलाधिकारियों को अन्य अधिकारियों के साथ एक ‘व्हाट्सएप ग्रुप’ बनाने और पंचनामा करने वाले पटवारियों की तस्वीरें लेने और उस पर पोस्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ में दिए गए पंचनामा को ग्राम सभा में पढ़ने का भी सुझाव दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को प्रस्ताव देकर बीमा की दमनकारी स्थिति को दूर करने का प्रयास किया जाएगा. सत्तार ने यह भी कहा कि वह वरिष्ठ नेता शरद पवार और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मार्गदर्शन लेंगे।