नागपुर :- प्रतिबंधित नशीले पदार्थ का सेवन तथा तस्करी-बिक्री करने वालों पर पुलिस सख्त कार्रवाई करती है. लेकिन मीठा नीम दरगाह परिसर में ऐसा होते नहीं दिखता. यहां सुबह-शाम गांजा महकता रहता है.
कई बार तो लोग सड़कों पर खुलेआम इसका सेवन करते देखे जा सकते हैं. ऐसे लोगों पर कार्रवाई करना अनिवार्य है. जीरो माइल के समीप स्थित है मीठा नीम दरगाह. इस मार्ग से कई वाहनों की आवाजाही रहती है.
दरगाह के सामने से गुजरने पर गांजा की महक आती रहती है. कई बार तो फुटपाथ और डिवाइडर पर बैठकर युवा समेत वृद्ध इसकी दम लगाते नजर आते हैं. लोगों का कहना है कि यहां न केवल गांजे का खुलेआम सेवन किया जाता है बल्कि परिसर में इसकी बिक्री भी होती है. मीठा नीम दरगाह के सामने कई आवारा लड़के बैठे रहते हैं. गांजे के नशे में धुत ये लड़के सड़कों पर मनमर्जी करते देखे जा सकते हैं. कई बार तो वाहनों को जाने के लिए जगह भी नहीं देते. यदि इन नशेड़ियों से कोई कुछ कह दे तो विवाद शुरू कर देते हैं. इन नशेड़ियों के लिए गालीगलौज तो बहुत ही आम बात हो गई है.
नाबालिग भी कम नहीं
युवाओं और वृद्धों के लिए गांजा का सेवन करना रोज की बात हो गई है. दिन-ब-दिन नाबालिगों को भी इसकी लत लगती लगती जा रही है. कई बार तो नाबालिग भी गांजा फूंकते देखे जा सकते हैं. इनके मन से भी कार्रवाई का डर खत्म होता जा रहा है. कम उम्र से ही गांजे के शौकीन हो रहे नाबालिग आगे चलकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं. ऐसे में इन पर वक्त रहते लगाम कसना जरूरी है.
भयभीत होकर गुजरते हैं नागरिक
मीठा नीम दरगाह के सामने से गुजरने वाले अधिकतर नागरिक भयभीत रहते हैं. लोगों का कहना है कि दिन के समय तो स्थिति ठीक रहती है. रात के वक्त मार्ग पर असामाजिक तत्वों का डेरा लग जाता है. ऐसे में इस मार्ग से जाने में डर लगा रहता है. हालांकि पुलिस गश्त तो लगाती है लेकिन दूर से पुलिस की गाड़ी को आता देख नशीले पदार्थ छिपा दिए जाते हैं. यदि इन नशेड़ियों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो इनके हौसले अधिक बुलंद हो जाएंगे.