– वाटर कूलर भी हुए खराब, कोयला खदान की स्थिति, स्वास्थ्य खतरे में
नागपुर :-कामठी के खुले कोयला खदान में 556 कामगार काम करते हैं. परंतु इन कामगारों के लिए दिन में केवल 2० केन ठंडा पानी मांगा जाता है. इसलिए कामगारों को बोरवेल का दूषित पानी पीना पड़ रहा है. यहां पर स्थित एक में वाटर कूलर भी बंद है. पानी में कोयले के अंश दिखाई देने से कामगारों ने प्रशासन के विरोध में रोष व्यक्त कर शुद्ध पानी देने की मांग की है.
केवल 2० लीटर क्षमता वाले केन से दिन भर केवल चार व्यक्ति पानी पी सकते हैं. 1० कैन का उपयोग अधिक से अधिक 4० से 5० व्यक्ति कर सकते हैं. शेष 5० कामगारों को पानी कैसे दे यह काफी बड़ा सवाल कोयला खदान में उपस्थित हुआ है. सुबह 6 सेे शाम 4 बजे तक दोपहर 2 से रात 1० और रात 1० से प्रात: 6 बजे तक अलग अलग शिफ्ट में काम करते हैं.
कोयला खान परिसर होने से बोरवेल का पानी दूषित है. अनेक कर्मचारियों के स्वास्थ्य की समस्या की व्यथा कामगारों ने व्यक्त की. वाटर फिल्टर में मटमैला पानी है. 3 माह से वाटर फिल्टर भी बंद है. माह भर पूर्व दिन में केवल 3 केन दी जाती थी. इस चैन की संख्या अब 20की है, तो भी वह काफी कम ह. सभी कामगारों को शुद्ध पानी मिले इसके लिए वाटर कूलर लगाया जाए ऐसी मांग कामगारों ने की है.
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