’’विद्यार्थीयों को सफल होने हेतू डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की जीवनी अवश्य पढना चाहिये ’’ – डॉ. गोविंदप्रसाद उपाध्याय.
नागपूर :- भारतीय संविधान यह विश्व के सभी देशों मे सर्वश्रेष्ठ दस्तावेज है, यह भारत के सांस्कृतिक विभिन्नता को एकत्रित रखने का महत्वपूर्ण साधन है, पारंपारिक गलत रूढीयों को बदलने में संविधान की महत्वपूर्ण भुमिका है.
श्री आयुर्वेद महाविद्यालय, नागपूर स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर में दि. 14 एवं 15 अप्रेल को जयंती समारोह मनाया गया . इसके अंतर्गत विद्यार्थीयों के लिए विविध स्पर्धाओें का आयोजन किया गया जैेसे – प्रश्नमंजुषा, स्पेलिंग स्पर्धा, निबंध लेखन, भीत्तीचित्र, कविता लेखन जैसी प्रतियोगितायें संपन्न हुई . कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मोहन येेवले ने की, प्रमुख उपस्थिती भारतीय वैद्यक समन्वय समिती के कार्याध्यक्ष डॉ. गोविंदप्रसाद उपाध्याय व उपप्राचार्य डॉ. मृत्युंजय शर्मा की थी .
कार्यक्रम में वक्ता के रूप में विजय बडोदेकर, पूर्व व्यवस्थापक, एन.टी.पी.एल तथा डॉ. प्रशांत तांबे, संचालक, मॉडर्न स्कुल, दाभा, इनका मार्गदर्शन प्राप्त हुआ . कार्यक्रम की प्रस्तावना डॉ. विनोद रामटेके द्वारा रखी गयी तथा आभार प्रदर्शन डॉ. रचना रामटेके ने किया . विविध स्पर्धाओं के विजेताओं को कार्यक्रम के मान्यवरों के हस्ते पारितोषिक प्रदान किये गये. कार्यक्रम की सफलता के लिए सहायक प्राध्यापक डॉ. सुरेखा लांडगे, डॉ.शिल्पा वराडे, डॉ. सपना उके एवं विद्यार्थी प्रतिनीधी सिध्दांत गणवीर, अविष्कार रामटेके, रिया मेश्राम, साहिल डोंगरे, आशय गेडाम एवं अन्य विद्यार्थीओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा .
कार्यक्रम का संचालन साक्षी सपकाळ व चेतन भगत द्वारा किया गया .