– यश गौरखेड़े के नेतृत्व में परिजनों ने लाशों के साथ मेयो अस्पताल में आंदोलन, नागपुर जिलाधिकारी ने दिए अविलंब गिरफ्तारी के निर्देश और परिजनों को मिलेगा मुआवजा
नागपुर:- रविवार दिनांक 09 अप्रैल 2023 को राज नगर स्तिथ डॉ सुनील राव ने अपने घर का कुआं साफ कराने के लिए चार आदिवासी गोंड बस्ती के रहने वाले मजदूरों को काम करने के लिए बुलाया।
तीन घंटे कुएं की साफ सफाई करने के बाद अचानक किसीने मोटर चालू कर दी और कुएं में मौजूद अमन मरकाम की मौके पर ही मौत हो गई। अमन को बचाने के लिए उतरे शंकर को बिजली का झटका लगा और वो भी अमन के साथ चल बसा। मौकाये वारदात पर मौजूद साथ कोयल नेताम और किशोर यूके ने जन बदलाव के नेता यश गौरखेडे को इसकी जानकारी दी। पुलिस की मदद से दोनो मृतकों को बाहर निकाला गया।परिजनों ने दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की और लाशों के साथ मेयो अस्पताल में आंदोलन किया।
सैकड़ों आदिवासी समाज के लोगो को इक्ट्ठा देख पुलिस प्रशासन ने शांति बनाए रखने की मांग की और आंदोलन का नेतृत्व कर रहे यश गौरखेड़े ने जनता की मांग सरकार के सामने रखी।पुलिस के आला अधिकारियों ने त्वरित कारवाही करने का विश्वास दिलवाया और भीड़ को शांत किया।
सदर पुलिस स्टेशन में दिनांक 10 अप्रैल को FIR लिया और IPC 304 (a) और अनुसूचित जाति आणि अनुसूचित जमाती (अत्याचार प्रतिबंधक) अधिनियम, १९८९ के अंतर्गत डॉ. सुनील राव के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मामले में अभी तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।आज यश गौरखेड़े के नेतृत्व में सारे परिजन नागपुर जिलाधिकारी से मिलने गए।
“घटना की गंभीरता देखते हुए जिलाधिकारी विपिन इतनकर ने नागपुर पुलिस को दोषियों को त्वरित गिरफ्तार करने के निर्देशन दिए तथा दोनो मृतुको के परिजनों को त्वरित 4,00,000 रूपए का मुआवजा देने के निर्देशन दिए। जिलाधिकारी के निर्देशनों का पालन अभी भी नही किया गया तो हम सारे महाराष्ट्र में आंदोलन करेंगे और सरकार को जगाएंगे।” ऐसा यश गौरखेड़े ने बताया।
यश ने पत्रकारों को बताया की उनके और परिजनों को भाजपा के वरिष्ठ नेता दबाव डाल रहे है लेकिन अमन और शंकर को इंसाफ किसी भी हाल में दिलवाएंगे। परिजनों ने इल्ज़ाम लगाया है कि पुलिस और सरकार दोषियों को बचाने में लगी हुई हैं और गरीबों की सुनवाई नहीं होती।