– 120 जालियों सहित कुछ नावों को पकड़ा
– मछुआरे अपना जाल और नाव छोड़ भागे
– घटना 23 दिसंबर की शाम की
– मछली पकड़ने के खिलाफ वन विभाग ‘एक्शन मोड’ में
रामटेक :- कल प्रसिद्ध पेंच टाइगर रिजर्व के तोतलाडोह बांध झील क्षेत्र में पेंच टाइगर रिजर्व के विशेष सुरक्षा बल की टीम ने 23 दिसंबर की शाम को मछली पकड़ने आए मछुआरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर मछली पकड़ने के अवैध प्रयास को नाकाम कर दिया. हालांकि इस ऑपरेशन में 120 जाल और कुछ बड़ी नावें जब्त कर ली गईं, लेकिन मछुआरे भागने में सफल रहे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कल 23 दिसंबर की शाम को वनपरिक्षेत्र अधिकारी मंगेश ताटे को सूचना मिली कि कुछ मछुआरे तोतलाडोह बांध झील क्षेत्र में अवैध रूप से मछली पकड़ने के लिए मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित द्वीप पर आए हैं. ताटे ने बिना समय गंवाए अपने वरिष्ठ उप निदेशक प्रभुनाथ शुक्ला, सहायक वन संरक्षक महेश परब आदि के मार्गदर्शन में विशेष सुरक्षा बल की एक टुकड़ी को मौके पर रवाना किया. इस समय मछुआरे अवैध मछली पकड़ने की कोशिश कर रहे थे। जवानों को देखते ही मछुआरे जाल और नाव छोड़कर मध्य प्रदेश की ओर भाग खडे हुए। स्पेशल डिफेंस फोर्स के जवानों ने इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए इनके पास से करीब 120 जालियां और कुछ नावें जब्त की हैं. पेंच टाइगर रिजर्व के उप निदेशक प्रभुनाथ शुक्ला एवं सहायक वन संरक्षक महेश परब के मार्गदर्शन में उक्त कार्रवाई की गई है और आगे की जांच वन परीक्षेत्र अधिकारी मंगेश ताटे कर रहे हैं।
मछुआरे – वन विभाग का सालो से संघर्ष
पेंच टाइगर रिजर्व के तोतलाडोह बांध जलाशय में मछुआरों द्वारा अवैध रूप से मछली पकड़ने का प्रयास करना और इसपर वनविभाग द्वारा कारवाई करना, प्रतिबंध लगाना कोई नई घटना नहीं है । वन विभाग ने इस पर रोक लगा दी है और कई बार कार्रवाई की है. मुछुआरे और वन विभाग के बीच यह संघर्ष कई वर्षों से चल रहा है। वन विभाग ने कई बार मछुआरों को समझाने की कोशिश की लेकिन सब व्यर्थ रहा. सूत्रों से उपलब्ध जानकारी के अनुसार जब बांध में पानी का स्तर कम हो जाता है, तो मछलियां बांध के पास यानी महाराष्ट्र की सीमा के भीतर के क्षेत्र में आ जाती हैं। फिर मछुआरे यहां आकर अवैध रूप से मछली पकड़ने की कोशिश करते हैं और वन विभाग द्वारा कार्रवाई की जाती है।