अधिकारियों की सांठगांठ से सरकारी टैक्स की चोरियां ?
भारत सरकार को लाखों करोडों की चपत ?
नागपूर – कोल इंडिया लिमिटेड की अनुसांगिक सहायक कंपनी पश्चिमी कोयला अंचल(WCL) के CMD की लापरवाही का नतीजा वेकोलि के महाप्रबंधकों, क्षेत्रीय प्रबंधकों तथा उपक्षेत्रीय प्रबंधकों की वाहन सरगना गुप्ता के साथ सांठगांठ शुरु है। परिणामत: वेकोलि मे वाहन आपूर्ती ठेका फर्म मेसर्सः बालाजी ट्रवल्स द्वारा लाखों करोडों रुपये का सरकारी की टैक्स चोरी की जा रही है,
हाल ही मे वेकोलि मे गोंदिया की मेसर्सः बालाजी ट्रवल्स एजेंसी द्वारा वेकोलि में वाहनापूर्ति मामले मे किस तरह सरकारी टैक्स की चोरी करके सरकार को चूना लागाता जा रहा है,आरोप है कि वेकोलि के निकम्मे अधिकारियों का इस वाहन सरगना को मौन समर्थन प्राप्त हैl इसलिए दोषी ट्रवल्स एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई करने की उनमे हिम्मत नहीं है?
प्राप्त सबूतों के अधार पर वेकोलि मे स्टाप कर्मियों को ड्यूटी पर लाने-लेजाने के लिए उक्त एजेंसी की ओर से बिना परमिट की वाहन चलायी जा रही है । बताते हैं कि स्टाप परमिट वाहन न चलाते हुए एज्युकेशन परमिटेड वाहनों की आपूर्ती की जा रही हैlजबकि परिवहन नियम के अनुसार एज्युकेशनल परमिटेड वाहन का टैक्स प्रति यात्री रुपये 100/-(सौ) आंका जा रहा है, जबकि स्टाप परमिटेड वाहन का टैक्स प्रति यात्री रुपये 1900/-(उन्नीस सौ रुपये) आंका गया हैl यानी इस मामले में प्रति यात्री सीधे रुपये 900/-(नौ सौ रुपये) सरकारी टैक्स की चोरी की जा रही है। आल इंडिया सोसल आर्गनाईजेशन का तर्कसंगत आरोप के मुताबिक वेकोलि के मुख्य प्रबंध निदेशक (CMD) महाप्रबंधकों और वाहन सरगना संदीपकुमार को लगता है कि इस करिशमाई गोपनीय तकनीकी ज्ञान की भनक- उनके अलावा किसी औरों को मालुम है ही नहीं है? परंतु एसा नही है इस प्रकार उनकी घटिया सोच एवं भ्रांतियों को सत्यता की कलम से बेनकाब कर दिया जा रहा है । इस संबंध में वेकोलि के सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि उनका काम है वेकोलि संपत्ति की देख भाल और सुरक्षा करना है न कि वाहन आपूर्ति ठेका य टैक्स चोरी की घटनाओं से उन्हें कोई लेना देना नहीं है। सूत्रों की माने तो वाहन सरगना गुप्ता की मेसर्सः बालाजी ट्रवल्स एजेंसी की विदर्भ(महाराष्ट्र) तथा मध्यप्रदेश के अनेक इलाकों मे यात्री बसेस एवं टूरिष्ट बसेस,व पिककनिक पार्टी शादी विवाह एवं बराती मेहमानों को लाने-लेजाने के लिए बसेस शुरु रहती है। जिसमे जमकर जी एस टी की चोरी धडल्ले से शुरु है? बताते है कि इस वाहन सरगना की तरफ से बसेस मे सवार किसी भी यात्रियों को टिकट नही दी जाती है । तत्संबंध मेनागपूर,भंडारा, गोंदिया तथा बालाघाट के परिवहन निगम कार्यालय तथा ट्राफिक पुलिस अधिकारियों सनसनीखेज शिकायत कर उनसे सूचना अधिकार अंतर्गत सविस्तर जानकारी मांगी जा रही है।