– 1 – 2 दिन में सूर्य की किरणें शिवलिंग पर पड़ेंगी,प्राचीन शिव मंदिर में दिखा अद्भुत नजारा,15 से 20 दिन तक चलेगा किरणोत्सव,कोल्हापुर महालक्ष्मी मंदिर के बाद यह विदर्भ का पहला मंदिर है
नागपुर :- हर साल की तरह इस साल भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे कॉलोनी, बेजनबाग, कामठी रोड, बेलीशॉप-मोतीबाग स्थित 325 साल से अधिक पुराने प्राचीन श्री शिव मंदिर में आज सुबह अनोखा नजारा देखने को मिला। मंदिर परिसर में स्थित श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर सूर्य की किरणों ने राम की मूर्ति का अभिषेक किया। इसी तरह अगले 1 से 2 दिनों में सूर्य की किरणें शिवलिंग का अभिषेक करेंगी। यह दुर्लभ नजारा साल में सिर्फ एक बार ही देखने को मिलता है।
इसी प्रकार सूर्य की किरणें मंदिर में स्थित भगवान राम के चरणों को छूकर मुख में अपनी किरणों का तेज बिखेर रही थीं। यह नजारा साल में एक बार 31 मार्च से 15 अप्रैल तक देखा जा सकता है, वह भी सूर्योदय के समय सुबह 6 बजे से 6.30 बजे तक। मंदिर की बनावट ऐसी है कि सूर्य की किरणें सीधे शिवलिंग पर पड़ती हैं और राम का मंदिर शिव मंदिर के समीप है। इसमें राम दरबार और अष्टधातु की डेढ़ फुट की अभिषेक प्रतिमाएं हैं। इस गर्भगृह में भी सूर्य की किरणें राम के चरणों को छूती हैं और फिर मुखमंडल को रोशन करती हैं। इस तरह के डिजाइन का मंदिर शायद विदर्भ में एकमात्र है।
सूर्य स्नान का एक उदाहरण कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर में मिलता है। यह विदर्भ का एकमात्र मंदिर है जहां सूर्य की किरणें सीधे शिवलिंग तक जाती हैं और किरणों से उसका अभिषेक करती हैं। इसी प्रकार वे अपनी किरणों से रामजी के चरणों का स्पर्श करते हैं। मंदिर में लगभग 60 फीट लंबा एक स्लैब है, साथ ही मंदिर के सामने 250 साल पुराना पिंपल का पेड़ भी है। पंडाल तो बना है, लेकिन सूर्य की किरणें गर्भगृह में पड़ती हैं।
मंदिर की पूजा समिति ने अभिषेक आरती कर मानव कल्याण के लिए प्रार्थना की। भक्त अब हर सुबह मंदिर परिसर में आकर रामजी और शिवजी के सूर्य स्नान को देख सकते हैं। ऐसी अपील डाॅ. प्रवीण डबली, पी. सत्या राव, प्रकाश राव (गुंडू राव) समेत सभी सदस्योंने की है।