– बालक वर्ग में चंद्रशेखर आज़ाद ने शूटआउट में 2-3 से जीत दर्ज स्व. मेजर ध्यानचंद स्मृति हॉकी प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम किया
राजनांदगांव :- खेल एवं युवा कल्याण विभाग के तत्वावधान में तथा जिला हॉकी संघ राजनांदगांव के मार्गदर्शन में स्व. मेजर ध्यानचंद स्मृति हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन अंतरष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम राजनांदगांव में किया जा रहा था जिसका फाइनल मैच व समापन समारोह पदमश्री पुखराज बाफना के मुख्यातिथ्य, छत्तीसगढ़ हॉकी के अध्यक्ष फ़िरोज़ अंसारी, के अध्यक्षता, अंतराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी मृणाल चौबे , प्रियंका श्रीरंगे, डिस्ट्रिक्ट रजिस्टरार ,शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिमेष गांधी,डाँ. सुगंध गांधी, ए एक्का सहायक संचालक खेल एवं युवा विभाग राजनांदगांव, अब्दुल कादिर,सूर्यकांत जैन,वीरेंदर भाटिया के विशिष्ट आतिथ्य में सम्प्पन्न हुआ ।
मुख्यातिथि बाफना ने अपने उधबोद्धन मे कहा कि मैं तो पेशे से एक डॉक्टर हु लोगो के ईलाज करके उनके चहरे पर मुस्कान लाता हु किन्तु यंहा हर बच्चे के चहरे पर मुस्कान दिख रही है इससे मैं बहुत प्रभावित हुआ हूं उन्होंने कहा की हम छोटे बच्चे थे तो हम बेसरम की लकड़ी से हॉकी स्टिक बना कर हॉकी खेलते हमने स्व. एरमान आर बेस्टियन जी को हॉकी खेलते हुए देखे है राजनांदगांव को हॉकी की नर्सरी से पूरे देश मे जाना जाता और आज आप खिलाड़ियो को देख कर पता लग रहा है कि राजनांदगांव को हॉकी की नर्सरी इसी लिए कहा जाता है।
बालिका वर्ग में रानी अवंति बाई विरुद्ध सावित्री बाई फुले के मध्य खेला गया दोनों ही टीम फाइनल का खिताब अपने नाम करने के लिए उतरी थी किन्तु रानी अवंति बाई की टीम ने सावित्री बाई फुले के प्रयास को नकाम कर दी और मैच के 12वे मिनट में दूबी रावत ने गोल करते हुए 0 के मुकाबले 1 गोल कर बढ़त बनाये हुए थे मैच में सावित्री बाई फुले टीम लगातार गोल करने के प्रयास करती रही किन्तु रानी अवंति बाई की टीम ने उनके प्रयास को पूरा होने नही दिया रानीअवंति बाई टीम ने अपने अच्छे खेल का प्रदर्शन करते हुए मैच के 16वे व 25वे मिनट में गोल कर फाइनल का खिताब अपने नाम किया।
बालक वर्ग का फाइनल मैच चंद्रशेखर आजाद विरुद्ध सुभाष चन्द्र भोष टीम के मध्य खेला गया दोनों ही टीमो के मध्य बड़ा ही रोमाचक मैच देखने को मिला दोनों ही टीम एक दूसरे के गोल पोस्ट में गोल दागने में सफल रही और मैच के 5 वे 9 वे मिनट में सुभाष चंद्र भोष टीम की ओर से अभिषेक और जशविन्दर सिंह ने गोल करते हुए 0 के मुकाबले 2 गोल की बढ़त बनाई थी जिसे चंद्रशेखर आजाद टीम के खिलाड़ियो ने ज्यादा देर तक बरकरार नही रहने दिया और मैच के 12वे मिनट 19वे मिनट और 21वे मिनट में गुलशन ने 2 गोल और नमन के 1 गोल के बदौलत से 2 के मुकाबले 3 गोल से बढ़त बना ली मैच के मध्यन्तर तक चंद्रशेखर आजाद टीम ने 3 गोल की बढ़त बनाई हुई थी मैच के मध्यन्तर के बाद सुभाषचंद्र भोष के ख़िलाडी सोनू ने गोल करते हुए 3-3 के बराबरी पर ला दिया था। जिसे चंद्रशेखर आजाद के टीम ने पीछे करते हुई मैच के 32वे मिनट में वीर ने गोल करते हुए 3 के मुकाबले 4 गोल से बढ़त बनाई। सुभाषचंद्र भोष टीम के अभिषेक ने गोल करते हुए 4-4 के बराबरी पर ला दिए और मैच ड्रॉ पर रहा इस मैच का फैसला पैनल्टी शूटआउट के पद्धति से चंद्रशेखर टीम ने 2 के मुकाबले 3 गोल से जीत दर्ज कर फाइनल का खिताब अपने नाम किया।
किशोर धीवर ,हारून खान जीवन,दिलीप रावत, सोनू निषाद ओम यादव,ने निर्णायक की भूमिका निभाई
इस अवसर पर प्रमुख रूप से ,जिला हॉकी संघ के सचिव शिवनारायाण धकेता उपाध्यक्ष भुषण सॉव,प्रिंस भाटिया, , हॉकी कोच अनुराज श्रीवास्तव,मृणाल चौबे,(अंतराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी),अब्दुल कादिर,योगेश दिवेदी, दीपक यादव,अमित माथुर, सचिन खोब्रागडे, शकील अहमद (खेलो इंडिया), अभिनव मिश्रा, खेमराज सिन्हा, सचिन खोब्रागडे, अशोक नागवंशी, दीपक यादव, कृष्णा यादव आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी मृणाल चौबे ने किया तथा ए एक्का सहायक संचालक खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने आभार प्रदर्शन किया।