– भक्त, प्रभु का मुकुट मणि – विजय कौशल महाराज
नागपुर :- प्रभु कहते हैं कि मैं तो अपने भक्त का दास हूं। मेरा भक्त मेरे मुकुट का मणि है। भक्त भगवान को चाहे जैसा बना ले वे हमेशा खुशी से उस रूप को ग्रहण करते हैं। भक्त का भार भगवान अपने ऊपर ले लेते हैं। भगवान का कार्य दिखाई देता है। उक्त उद्गार वृंदावन के श्री रामकथा मर्मज्ञ संतश्री विजयकौशल महाराज ने वर्धमान नगर के श्रेयस विद्यालय ग्राउंड में आयोजित श्री राम कथा के दौरान भक्तों से कहे।श्री रामकथा आयोजन, वर्धमान नगर की ओर से राम कथा आयोजित की गई है. कथा के मुख्य यजमान श्रीगोपाल, हनुमानप्रसाद, जयप्रकाश राठी परिवार हैं. आज श्री राम व सीता स्वयंवर की खुशियां आज कथा पंडाल में मनाई गईं। गुब्बारों व फूलों से मंच व कथा पंडाल को सजाया गया।
कथा के पंचम दिवस आज संतश्री विजय कौशल महाराज ने कहा कि भगवान का भजन चाहे टूटा- फूटा करो, चाहे जिस भाषा में करो पर स्वयं करो। ये कहो कि प्रभु मेरा प्रणाम स्वीकार करो।
प्रचार प्रमुख गिरधर चांडक एवं जयप्रकाश राठी ने बताया कि आज संतश्री का स्वागत केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्य यजमान राठी परिवार, दैनिक यजमान गोविंदराम अनिल सारडा परिवार, रामटेक के सांसद श्याम बर्वे, डीआईजी हरिओम गांधी, चंदू गलगलीकर, पूर्व नागपुर के विधायक कृष्णा खोपडे, बाल्या बोरकर, संतोष लड्ढा, डॉ. अरुण सोमानी, रामअवतार दरक, शारदा दरक, नवल सोनी, कुसुम सोनी, जगदीश दरक, संतोष दरक, राजाराम झंवर, श्वेता झंवर, गोपाल भराडिया, जयश्री भराडिया, मनीष मालपानी, अरविंद खंडेलवाल, बालकिशन गांधी, प्रशांत भैया, किशोर भैया, अनिल जैन, नरेश जाखोटिया, नंदकिशोर काबरा, सहित अन्य ने किया। कथा का समय दोपहर 4 से 7 रखा गया है। सभी से उपस्थित रहने की अपील आयोजन समिति ने की है।