जीएचआरसीई में स्मार्ट इंडिया हैकाथान का समापन
नागपुर : रायसोनी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन सुनील रायसोनी ने विद्यार्थियों को अनुसंधान और इनोवेशन पर जोर देने का आह्वान किया। साथ ही कहा कि आने वाले समय में अनुसंधान और इनोवेशन के क्षेत्र में प्रगति करने वाला राष्ट्र ही अग्रणी रहेगा। देश को महाशक्ति बनाने में अनुसंधान और इनोवेशन की भी मुख्य भूमिका है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की ओर से जी एच रायसोनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (जीएचआरसीई) में बने नोडल सेंटर में स्मार्ट इंडिया हैकाथान (एसआईएच) का आयोजन किया गया। इसके समापन समारोह समारोह की अध्यक्षता सुनील रायसोनी ने की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को हमेशा खुद को इनोवेशन करने में व्यस्त रखना चाहिए। समारोह में प्रमुख अतिथि टेक महिंद्रा के ऑपरेशन हेड मनीष अग्रवाल प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को किसी भी समस्या का समाधान खोजने वाला होना चाहिए।
विद्यार्थियों के द्वारा प्रदान किया गया हल वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करेगी। कार्यक्रम में टीसीएस के सेंटर हेड अरविंद कुमार, एआईसीटीई के नोडल सेंटर हेड डीकिन डैनी, एएसआई (पश्चिम) की रीजनल डायरेक्टर नंदिनी भट्टाचार्य साहू, जीएचआरसीई के निदेशक डॉ सचिन ऊंटवाले, एसआईएच के नोडल सेंटर हेड दिनेश पड़ोले, डीन आर एंड डी डॉ. संतोष जाजू, संचालन समिति की सदस्य डॉ. प्रेमा डायगव्हाणे प्रमुख रूप से उपस्थित थीं। समारोह में एसएचआई के विजेताओं के नामों की घोषणा की गई। स्पर्धा के तहत प्रतिभागियो को सांस्कृतिक मंत्रालय की ओर से 5 सॉफ्टवेयर समस्या प्रदान की गई थी। निर्णायक मंडल द्वारा चुने गए हर एक विजताओ को एक लाख रुपए का पुरस्कार, स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।