बरबटे को बोगस CASTE VALIDITY के आधार पर दिया गया पदोन्नति 

– उच्च न्यायालय व CASTE CERTIFICATE SCRUTINY COMMITTEE NAGPUR DIVISION COMMITTEE NO – 3 के निर्देशों का उल्लंघन कर रही महानिर्मिति 

नागपुर – महानिर्मिति के पूर्व उप प्रबंधक सतीश हिरालाल बरबटे को महानिर्मिति के सम्बंधित अधिकारियों के शह पर बोगस जाति प्रमाणपत्र के आधार पर एक नहीं बल्कि 2 दफे पदोन्नति दी गई.जिसका विरोध सुरेश पाटिल ने किया,इस मामले में उच्च न्यायालय व CASTE CERTIFICATE SCRUTINY COMMITTEE NAGPUR DIVISION COMMITTEE NO – 3 ने भी महानिर्मिति को कार्रवाई का निर्देश देने के बाद महानिर्मिति प्रबंधन ने उसकी सेवानिवृति पर पूर्ण लाभ दिया।

MSEB कोराडी में सतीश हिरालाल बरबटे की 26 सितंबर 1980 को नियुक्ति हुई थी.उन्हें 30 मई 1981 ने नियमित किया गया.इसके बाद LDC के पद पर वित्त विभाग में आया,वर्ष 2003 में वित्त विभाग में ही UDC बना दिया गया.क्यूंकि बरबटे किराड समाज (NT/DC) से ताल्लुक रखता था इसलिए उसे जल्द से जल्द पदोन्नति मिलती गई.

बरबटे से 30 मई 2007 में CASTE VALIDITY MSEB ने समाज कल्याण विभाग से मांगी।वर्ष 2007 से 2013 तक कुछ भी दस्तावेज नहीं दिया था.

24 अगस्त 2007 को समाज कल्याण विभाग ने बरबटे मामले में आक्षेप लिया और MSEB से RECORD मंगवाई।

27 सितम्बर 2008 को MSEB ने समाज कल्याण विभागीय जाति प्रमाणपत्र प्रड़ताड़नी समिति क्रमांक – 3 को भेजी। क्यूंकि त्रुटियाँ पाई गई इसलिए वर्ष 2008 से 2013 तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.

इसी दौरान 28-11-10, 28-2-13, 24-7-13 को MSEB ने समाज कल्याण विभाग को जाति वैधता प्रमाणपत्र जारी करने हेतु निवेदन किया।

इसी बीच ‘कोतवाल पंजी’ में लीपापोती कर फर्जी CASTE VALIDITY तैयार करवाकर MSEB के सुपुर्द किया गया,इसके लिए शाला छोड़ने का प्रमाणपत्र में भी छेड़छाड़ की गई.

उक्त फर्जीवाड़ा के आधार पर 16 अगस्त 2013 को CASTE CERTIFICATE SCRUTINY COMMITTEE NAGPUR DIVISION COMMITTEE NO – 3 ने CERTIFICATE OF VALIDITY दिया। जिसके आधार पर महाजेनको ने इसका लाभ देते हुए 2 बड़े पदों पर पदोन्नति सह लाभ दिया।

उक्त ग़ैरकृत के खिलाफ सुरेश पाटिल ने 5-9-14,6-9-14 और 15-9-14 को उक्त CASTE CERTIFICATE SCRUTINY COMMITTEE NAGPUR DIVISION COMMITTEE NO – 3 को बरबटे को दिया गया प्रमाणपत्र बोगस होने सह दिए गए आर्थिक लाभ को बंदी लगाने की मांग की.समिति ने पाटिल की शिकायत को स्वीकृत कर 30 मई 2015 को आदेश जारी कर शाला छोड़ने का प्रमाणपत्र व कोतवाल बुक नक्कल बनावट होने का खुलासा किया,इस सम्बन्ध में बरबटे के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए समिति दक्षता पथक के पुलिस निरीक्षक को अनुमति दी.इसके अलावा महानिर्मिति के मुख्य अभियंता को अधिकृत करते हुए बरबटे को दिए गए लाभ की वसूली का निर्देश दिया।

CASTE CERTIFICATE SCRUTINY COMMITTEE NAGPUR DIVISION COMMITTEE NO – 3 के निर्देश से तमतमाए बरबटे ने उक्त निर्णय को HC में चुनौती दी.HC ने अपने आदेश में समिति के आदेश पर मुहर लगाई,लेकिन महानिर्मिति के मुख्य अभियंता कार्यालय ने बरबटे की सेवानिवृत्ति के वक़्त दिए जाने वाला लाभ रोकने के बजाय पूर्ण लाभ देने में तत्परतरा दिखाई। HC ने 7 अप्रैल 2016 को बरबटे की याचिका DISPOSED कर दी.

इसके बाद पाटिल ने 10 -11- 2022 व 7-12-22 को महाजेनको से बरबटे को दी गई आर्थिक लाभ वसूली करने की मांग पत्र सौंपी।इसके साथ ही लाभ देने में सहयोग करने वाले अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई कर FIR दर्ज करने की मांग की.

इसके तुरंत बाद 16-12-22 को CASTE CERTIFICATE SCRUTINY COMMITTEE NAGPUR DIVISION COMMITTEE NO – 3 ने महाजेनको और अक्टूबर 2022 को महाजेनको ने खापड़खेड़ा CE को वसूली के लिए निर्देश दिए.

समाचार लिखे जाने तक बरबटे पर आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई,इसकी जानकारी पाटिल ने CASTE CERTIFICATE SCRUTINY COMMITTEE NAGPUR DIVISION COMMITTEE NO – 3 को 9-1-2023 को दिया।

@ फाईल फोटो

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