फेज-1 प्रोजेक्ट एक नजर में
33.5 किलोमीटर लंबाई
856 करोड़ लागत
2 मेजर ब्रिज
25 माइनर ब्रिज
1 आरओबी
1 फ्लाईओवर
नागपुर :– आउटर रिंग रोड का ग्रहण खत्म हो गया है. 2 में से 1 फेज का शुभारंभ 4 फरवरी को होने जा रहा है.
वर्षों से लटके इस प्रोजेक्ट के पूर्ण होने से हजारों यात्रियों को राहत मिलेगी. जामठा से फेटरी (जामठा-अमरावती रोड से काटोल रोड) तक का पैकेज-1 पूरी तरह से बन चुका है, जबकि इसके आगे का भाग अब भी अटका हुआ है. इसे बनने में अभी भी 5 माह (4 जुलाई) का वक्त लगेगा, तब जाकर आउटर रिंग रोड पूर्ण रूप से तैयार होगा.
बहरहाल जो भी हो, पैकेज-1 का 33.5 किलोमीटर मार्ग को नेशनल हाईवे अथॉरिटी (एनएचएआई) ने तैयार कर लिया है और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी इसका शुभारंभ करेंगे. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे. उल्लेखनीय है कि इस मार्ग का एक भाग 2010 में ही बनकर तैयार हो गया है लेकिन दूसरे भाग का ‘भाग्य’ नहीं खुल पा रहा था.
आउटर रिंग रोड का पैकेज-1, 33.5 किलोमीटर लंबा है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी (एनएचएआई) ने कार्य को अंतिम रूप देने के लिए जोरशोर से प्रयास किया है. एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि फेज-1 जामठा से लेकर फेटरी तक है. 2016 में एलओएल हुआ था. बंसल कंपनी को 2022 में कार्य सौंपा गया है. तब से प्रगति हुई और अब एक पैकेज बनकर तैयार हुआ है. इस मार्ग को बनाने की लागत 856 करोड़ रुपये है.