संदीप कांबळे, विशेष प्रतिनिधी
कामठी :- हजरत मोहम्मद (स,अ,व) के नवासे हजरत ईमाम हुसैन (अ,स) और उनके 72 साथियों की कर्बला (ईराक) की धरती पर यादगार शहादत की याद में मनाया जाने वाला मोहर्रम का मुख्य जूलूस कामठी में ईमाम हुसैन और 72 साथियो की शहादत के दिन यौमे आशूरा मोहर्रम के अवसर पर हुसैनाबाद इमाम बाड़ा हैदरी चौक से सुबह 11 बजे विशाल ताजियो के साथ जुलसे अजा निकला ।https://youtube.com/shorts/UALMITOg3GI?feature=share
इस जुलूस के हैदरी चौक, पर पहुँच ने के साथ ही विभिन्न घरों में स्थापित ताजिये अलमे मुबारक और हैदर हाजी मरहूम के घर से जुलजेना निकल कर मुख्य जुलूस में शामिल हूआ जुलूस मे विभिन्न संघटनों और निजी तौरपर शरबत खिचड़ी ताहरी शीतल जल आदि का वितरण किया गया यह जुलूस मेन रोड होता हुआ। दोपहर 4 बजे जूनी कामठी पुलिस स्टेशन के पास पहुँचा जहां मौलाना अली अब्बास नकवी करबला की घटना पर आधारित तकरीर की तकरीर के फौरन बाद तलवारो और जंजीरों से मातम हुआ। जूलूस मातम करता, नौहा पढता भाजीमंडी होता हुआ करबला नदी (गाड़ेघाट) पहुंच कर रात 9 बजे वापस हैदरी मस्जिद परिसर पर समाप्त हुआ। फिर शामे गरीबां की मजलिस हुई। । इसी के साथ मोहर्रम का मुख्य कार्यक्रम समाप्त हुआ.