नागपुर :-हिंदू धर्म में गाय को पूजनीय स्थान प्राप्त है. बड़े से बड़ा कष्ट भी सिर्फ गौ माता की सेवा करने से दूर हो जाता है. गाय में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है. गाय की सेवा करने से जहां सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं, वहीं घर में सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का वरदान मिलता है। उक्त उद्गार श्री बड़ी मारवाड़ माहेश्वरी पंचायत भवन, श्याम धाम, हिवरी नगर में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में 1008 जगतगुरु स्वामी रामानुजाचार्य स्वामी श्रीधराचार्य महाराज ने गोवर्धन लीला की कथा सुनाते हुए भक्तों से कहे।
श्रीधराचार्य महाराज ने आगे कहा कि श्री कृष्ण ने ब्रजवासियों को मूसलधार वर्षा से बचाने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उँगली पर उठाकर रखा और गोप-गोपिकाएँ उसकी छाया में सुखपूर्वक रहे। श्री कृष्ण ने अपनी इस लीला से कर्तव्य और धर्म के मार्ग पर चलने की सीख दी है। आज अन्नकूट व छप्पन भोग की झांकी बनाई गई।
आज व्यासपीठ का पूजन कांतिलाल राठी परिवार, अशोक सावरकर, चेतना टांक, नारायण सारडा, नरेंद्र सारडा, सुनील मानधना, जयश्री बियाणी, भवरलाल सारडा, संगीता सारडा, चंदा देवी राठी, ओमप्रकाश लड्ढा, सहित अन्य ने किया।