रामटेक :-नागपुर जिले तथा रामटेक तहसील के तहत आनेवाले पेंच नेशनल पार्क (व्याघ्र प्रकल्प) में बसे विदर्भ के प्राचीन तथा मशहूर तीर्थक्षेत्र अंबाखोरी (तोतलाडोह) में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी महाशिवरात्रि उत्सव का आयोजन रामविलास शर्मा (अध्यक्ष) अंबाखोरी सेवा समिति चेरीटेबल ट्रस्ट द्वारा शनिवार 18 फ़रवरी 2023 को किया जा रहा है। 18 फरवरी 2023 को महाशिवरात्रि के दिन भगवान महादेव के दर्शनार्थ आनेवाले श्रद्धालुओं को वनविभाग द्वारा निशुल्क प्रवेश वनविभाग के 1995 नियमों तथा शर्तों के साथ दिए जाने की जानकारी दी गई है। नागपुर जिले के प्राचीन तथा प्रसिद्ध श्री अंबाखोरी तीर्थक्षेत्र तथा पर्यटन स्थल वर्ग ‘क’ अपनी मनमोहक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं। यह तीर्थ स्थल पेंच नेशनल पार्क के घने जंगलों बीचोबीच में स्थित, पेंच नदी के किनारे, पहाड़ी से बहते झरनों के बीच गुफा में भगवान भोले शंकर पिंड के रूप में विराजमान है। यह स्थान योग साधना के लिए अतिउत्तम माना जाता था। कुछ वर्षो पूर्व तक महाशिवरात्रि उत्सव 2 दिनों तक मनाया जाता था, परंतु पेंच टाइगर रिजर्व 1995 के नियमों के कारण एक दिन के उत्सव मनाने श्रद्धालुओं को अन्दर जाने की इजाजत वनविभाग द्वारा दी जाने लगी है। यहां 1968 से हर वर्ष सतत महाशिवरात्रि मनाया जाता आ रहा है।
यहां श्रद्धालुओं को दर्शनार्थ प्रवेश का समय 18 फ़रवरी को सूर्योदय से सूर्यास्त तक रहने वाला है । भोले भक्तों को वर्ष मे सिर्फ महाशिवरात्रि के दिन ही यहाँ प्रवेश मिलता हैं जिस कारण अधिक से अधिक संख्या में भक्तगण यहां दर्शनार्थ आते है . यह तीर्थ क्षेत्र नेशनल पार्क में स्थित होने की वजह से यहाँ केवल 2 व्हीलर तथा 3 व्हीलर वाहनों को ही प्रवेश वर्जित है। श्रद्धालुओं को केवल सिल्लारी-अंबाखोरी रोड़ से ही प्रवेश रहने वाला है । पॉलिथीन बैग आदि को ले जाने की मनाई है। ढोलतासे , ताल मृदंग, लाउडस्पीकर तथा अन्य कोई भी वाद्ययंत्र अन्दर व्याघ्र प्रकल्प में ले जाने, वहां पर मुक्काम करने आदि की मनाई है। श्रद्धालुओं द्वारा कोविड नियमों के पालन किया जाना भी जरुरी हैं।
आम्बाखोरी सेवा समिति चेरिटेबल ट्रस्ट ने महाशिवरात्रि 18 फ़रवरी को यहाँ दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं से पेंच टाइगर रिज़र्व के अधिकारियो तथा कर्मचारियों के बताये गए आदेशों का पालन करने का अनुरोध किया हैं.