नागपूर :- पर्यावरण संरक्षण वेकोलि के लिए सदा ही महत्वपूर्ण विषय रहा हैI देश की कोयला आवश्यकताओं को पूर्ण करने में वेकोलि अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण में भी अपना सक्रिय योगदान प्रदान कर रहा हैI भूमिगत संसाधनों पर कोयला खनन के प्रभाव को कम करने तथा पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की दृष्टि से बायोरेक्लेमेशन तथा वृहत् वृक्षारोपण प्रमुख कार्यों में से एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। स्थाई विकास की अवधारणा को आगे बढ़ाते हुए, वर्ष 2023-24 में वेकोलि ने 227.11 हेक्टेयर भूमि पर 5,31,520 पौधों का रोपण किया है।
वृहत् वृक्षारोपण के अविरत कार्य हेतु वेकोलि ने राज्य स्तरीय विशेषज्ञ संगठन के साथ 5 वर्षों के लिए MoU किया है। इस MoU में पौधारोपण के बाद 4 वर्षों तक पौधों की देखभाल का कार्य भी सम्मिलित है। इस पहल के अंतर्गत ओवरबर्डन डंप्स पर प्रति हेक्टेयर अधिकतम 3500 पौधे तथा सामान्य माइन साइट पर प्रति हेक्टेयर अधिकतम 2500 पौधे लगाए जाते हैं। इन पौधों में फलदार प्रजातियाँ, औषधीय पौधे, मजबूत लकड़ी वाले पौधे तथा सजावटी पौधे लगाए जाते है। पौधा-रोपण में ऊँचे पेड़ों के साथ मध्यम ऊँचाई तथा कम ऊँचाई के पेड़ों का भी समावेश किया जाता है।
वेकोलि में वृक्षारोपण मुख्यतः ओवरबर्डन और बैकफिड इलाकों के उद्धार, खदानों के आस-पास हरियाली के विकास तथा कोयला परिवहन मार्गों पर एवेन्यू प्लांटेशन के लिए किया जाता है। इस माध्यम से ओवरबर्डन तथा बैकफ़ील्ड इलाकों में भूमि की उर्वरता को पुनर्स्थापित करने का प्रयास किया जाता है। हरित पट्टी और एवेन्यू प्लांटेशन से हवा की गुणवत्ता में सुधार आता हैं और स्थानीय पर्यावरण बेहतर होता हैं। पर्यावरण हित में WCL का यह प्रयास मानवीय प्रगति के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार साबित हो रहा है।