– कृष्ण जन्म की मनाई खुशियां
नागपुर :- जीवन में परोपकार करों। अहंकार, गर्व, घृणा और इर्ष्या से मुक्त होने पर ही मनुष्य को ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। इर्ष्यालु व्यक्ति अपने जीवन में कभी तरक्की नहीं कर सकता। ऐसे व्यक्तियों को भगवान सूर्य, वायु, नदियों, बादलों व वृक्षों इत्यादि से प्रेरणा लेनी चाहिए। यदि अपना उद्धार करना चाहते हो तो परोपकार में अपना जीवन लगाओ, जिससे कल्याण होगा। उक्त आशय के उद्गार श्री बड़ी मारवाड़ माहेश्वरी पंचायत भवन, श्याम धाम, हिवरी नगर में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में 1008 जगतगुरु स्वामी रामानुजाचार्य स्वामी श्री श्रीधराचार्य जी महाराज ने दान और परोपकार की महिमा का बखान करते हुए भक्तों से कहे। कथा 14 जनवरी तक दोपहर 2.30 बजे से आयोजित की गई है।
उन्होंने बताया कि वामन अवतार में प्रभु की कुल बावन जौ के बराबर काठी थी लेकिन जब बलि के यज्ञ में सन्यासी वामन देव ने तीन डग बराबर भूमि मांग कर पृथ्वी आकाश को दो डग में नाप कर न सिर्फ बलि का अहंकार चूर किया बल्कि तीसरे डग में उनके मस्तिष्क पर पैर रखकर उद्धार भी किया। दान का यदि अहंकार हो जाये तो दान का महत्व घट जाता है।
उन्होंने आज राम चरित्र व कृष्ण जन्म की कथा सुनाई। कृष्ण जन्म पर खुशियां मनाई गई। भवन को गुब्बारों से सजाया गया। माखन मिश्री बांटी गई। श्री राम, श्री कृष्ण, वामन भगवान की सजीव झांकी प्रस्तुत की गई। भगवान वामन के रूप में आरुष भट्टड, श्री राम बने अंकित मालू, लक्ष्मण- अभिषेक मालपानी, सीता -स्वीटी काबरा, वासुदेव – योगेश मालपानी, नंद बाबा -बनवारी सारडा, यशोदा – संगीता सारडा, कृष्ण – माधवन मंत्री बने।
व्यासपीठ का पूजा यजमान कांतिलाल राठी, महेश सोनी, भवरलाल सारडा,जीवन मालू,गजानन बजाज,दिलीप बियाणी, गोवर्धन काबरा, कैलाश तोषनीवाल, योगेश मालपानी, मनीष मालपानी, सुनील गुप्ता,मुकेश अग्रवाल, गोपी मोदानी,सुभाष बियाणी, मोहनलाल बियाणी ने किया।