नागपुर – मेंहमूदा शिक्षण महिला ग्रामीण विकास बहुदेशीय संस्था नागपुर में कार्यरत सेंट्रल इंडिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की 65 वीं पुण्यतिथि आज गोधनी में अपने कॉलेज परिसर में “महापरिनिर्वाण दिवस” के रूप में मनाई गई।
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इस दिन सभी छात्रों और डॉ. एस.एम. राजन, सेंट्रल इंडिया कॉलेज ऑफ लॉ के निदेशक तुषार मेश्राम निर्देशक डी.डी.यु. जी.के.वाय. डॉ यास्मीन सिद्दीकीए सेंट्रल इंडिया शिक्षक महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ स्वाति राउत, सेंट्रल इंडिया कॉलेज ऑफ एजुकेशन की प्रिंसिपल और डॉ सीमा चिखले, सेंट्रल इंडिया महिला कॉलेज ऑफ एजुकेशन एसएनडीटी इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
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डॉ बाबासाहेब आंबेडकर को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर याद करते हुए, डॉ.राजन ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की देश के प्रति समर्पण और समानता के लिए उनका प्रयास पूरी दुनिया के लिए एक संदेश है कि जन्म या जाति किसी के जीवन का निर्धारण नहीं करती है। डॉ. यास्मीन सिद्दीकी ने कहा कि डॉ. आंबेडकर हमेशा हमारे देश में दलितों के उत्थान और समानता के अपने जीवन के कार्य के रूप में हमारे दिल और दिमाग में हमेशा जीवित रहेंगे। डॉ स्वाति राउत ने कहा कि डॉ. आंबेडकर ने धर्मनिरपेक्ष शिक्षा और सामाजिक मुक्ति पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई डॉण् सीमा चिखलेए ने कहा कि डॉ. आंबेडकर मानवतावाद, सहानुभूति, परोपकार आदि के आधार पर सामाजिक सुधार में विश्वास नहीं करते थे। समान स्थिति और न्याय के रूप में उपचार अधिकार का विषय था, दया का नहीं।
कार्यक्रम का संचालन प्रो. बंसोड़ ने किया और धन्यवाद प्रस्ताव प्रो. अन्विता तेलंग ने दिया। इस अवसर पर प्रो. शबाना अंजुम, रेखा काले, प्रो. शारदा ठाकरे, आशिष कुबडे, स्वप्नील निस्ताने बड़ी संख्या में छात्र एवं कर्मचारी उपस्थित थे।