– 498 केंद्र 12वीं के लिए निश्चित
– 676 केंद्र होंगे 10वीं के लिए
नागपुर :- महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 21 फरवरी से 12वीं की परीक्षा ली जाएगी.
मंडल द्वारा भले ही पिछले वर्षों से कॉपी मुक्त अभियान चलाया जा रहा है लेकिन परीक्षा के दौरान कई केंद्रों पर नकल की घटनाएं सामने आती हैं. हाल ही में परीक्षा मंडल द्वारा जिले के अधिकारियों की बैठक में सामूहिक नकल का मामला उजागर होने पर परीक्षा केंद्र की ही मान्यता रद्द करने संबंधी कार्रवाई करने का निर्णय लिया.
12वीं की परीक्षा के बाद 1 मार्च से 10वीं की परीक्षा शुरू हो जाएगी. बोर्ड ने परीक्षा के दौरान केंद्रों के निरीक्षण के लिए उड़न दस्तों की तैयारी कर ली है. कॉपी मुक्त वातावरण में परीक्षा लेने के लिए नियोजन हेतु जिले के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई. इसमें लिखित परीक्षा से लेकर प्रैक्टिकल परीक्षा तक में भी उड़न दस्तों को सक्रिय रहने के निर्देश दिये गये. अक्सर कई स्कूल-जूनियर कॉलेजों में प्रैक्टिकल परीक्षा महज खानापूर्ति होती है लेकिन अब सख्ती बरतने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं. लिखित परीक्षा में किसी केंद्र पर अधिक और बार-बार नकल के मामले होने और सामूहिक नकल जैसी घटनाएं होने पर संबंधित केंद्र की मान्यता रद्द करने का निर्णय लिया गया. परीक्षा के लिए केंद्रों का निर्धारण कर लिया गया है. इस बार 12वीं की परीक्षा में 498 और 10वीं के लिए 676 केंद्र निर्धारित किये गये हैं. केंद्र प्रमुखों को परीक्षा के दौरान सभी तरह की तैयारियां करने के लिए कहा गया है. बैठक व्यवस्था से लेकर सभी तरह की तैयारियों में अभी से जुट जाने के निर्देश दिये गये हैं.
भंडारा, गोंदिया जिले में सर्वाधिक नकल
हर वर्ष नकल के सबसे अधिक मामले भंडारा और गोंदिया जिले में सामने आते हैं. ग्रामीण भागों में केंद्र होने से उड़न दस्तों की भी नियमित पहुंच नहीं हो पाती. वहीं कई केंद्रों पर तो ‘सेटिंग’ के साथ नकल चलाई जाती है. इस बार बोर्ड ने नकल प्रभावित तहसीलों के लिए विशेष नियोजन किया है. पहले ही दिन से उड़न दस्तों को सक्रिय किया जाएगा. अगले सप्ताह होने वाली बोर्ड की बैठक में संवेदनशील केंद्रों की सूची तैयार कर रखी जाएगी.
बोर्ड की परीक्षा के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं. जिला स्तर पर बैठकों का आयोजन किया जा रहा है. साथ ही कॉपी मुक्त अभियान को जारी रखने नियोजन किया जा रहा है. यदि किसी केंद्र पर सामूहिक नकल जैसी घटनाएं प्रकाश में आती हैं तो संबंधित केंद्र की मान्यता रद्द करने संबंधी कार्रवाई भी की जा सकती है.
चिंतामन वंजारी, सचिव, विभागीय परीक्षा मंडल