गढ़चिरौली :- सरकार द्वारा जारी किये गये आत्मसमर्पण योजना के तहेत तथा विभिन्न मुटभेड़ो में नक्सलीयों का किया गया खात्मा एवं हिंसा के जीवन को परेशान हुए वरिष्ठ नक्सलीयो सहीत कई नक्सलीयों ने आज तक आत्मसमर्पण किया है। उसी के चलते आत्मसमर्पीत नक्सलीयों का गढ़चिरौली पुलिस द्वारा पुनर्वास योजना के तहत नक्सली बड़ी मात्रा में आत्मसमर्पण कर रहे है। हाल ही में 06 लक्ष रूपये इनामी नक्सल नाम 1) अनिल ऊर्फ रामसाय जगदेव कुजूर उमर 26 साल, रा. तिम्मा जवेली, तह. एटापल्ली, जि. गड़चिरोली 2) रोशनी ऊर्फ ईरपे नरंगो पल्लो उमर 30 डांन्डीमरका, थाना ओरच्छा, जि. नारायणपुर (छ.ग) इन्होने मा. पुलिस अधीक्षक, गडचिरोली अंकित गोयल इनके सामने आत्मसमर्पण किया।
आत्मसमर्पीत सदस्य के बारे में जानकारी
नाम अनिल ऊर्फ रामसाय जगदेव कुजूर
नक्सली की कार्य अवधी
1) अनिल ऊर्फ रामसाय जगदेव कुजूर माह-दिसंबर- 2009 मे कसनसूर दलम मे सदस्य पद पर भरती होकर 2010 तक कार्यरत था।
2) माह-मई 2010 से 2012 तक कसनसुर दलम में कार्यरत था। माह 2012 से 2022 तक घर में रहकर नक्सलियोंके लिए काम करता था।
कार्यअवधी मे दर्ज अपराध ।
1) माह 2011 मे मौजा खोब्राामेंढ़ा घात लगाने मे शामील था। मुठभेड़ में सीआरपीएफ 191 बटालीयन के 01 जवान शहीद एवं 05 जवान घायल हुए।
2) माह 2011 में वह निहायकल और ग्यारापती रोड पर हुए घात लगाने में शामिल था। मुठभेड़ दौरान सीआरपीएफ 191 बटालीयन के 05 जवान घायल हुए।
3) माह 2011 में मौजा छोटा झेलीया जंगल में हुई मुठभेंड़ में शामिल था।
आत्मसमर्पण करने की वजह
1) सरकार द्वारा कार्यान्वित किये गये विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के चलते जनता का नक्सलीयों को किसी प्रकार का सहयोग न करना।
2) वरिष्ठ माओवादी नेता सिर्फ खुद के भले के लिये गरीब आदिवासी युवक- युवतीओंका इस्तेमाल करते है।
3) दलम में रहते हूऐ शादी होने के बावजुद वैवाहिक जीवन स्वतंत्रता से जी नही सकते।
4) पुलिस द्वारा चलाऐ गये बडी मात्रा में नक्सलविरोधी अभियान के वजह से जंगल मे घुमना मुश्कील हुआ।
5) वरिष्ठ माओवादी नेता खुदके लीए निजी कारण हेतू पैसोका इस्तेमाल करते है। बल्की कनिष्ठ माओवादींयो को रोजाना खर्च के लिए पैसे नही दिए जाते ।
6) सिर्फ पुलीस खबरी के संदेह पर अपनेही आदीवासी भाईयों का खुन करवाते है।
7) नक्सल दलम में दिन-रात भटकते हुऐ अगर आपको अपनी सेहत से जुड़ी कोई समस्या है, तो इसकी तरफ ध्यान नही देते।
रोशनी ऊर्फ ईरपे नरंगो पल्लो
नक्सल की कार्य अवधी
1) माह 2009 में जटपूर दलम में सदस्य के रुप में भरती होकर 1 महिने तक काम किया।
2) माह 2009 से 2015 तक झोन टेक्निकल दलम में कार्यरत थी।
3) माह 2015 से 2018 तक एसीएम और डिप्टी कंमाडर के तौर पर काम करते हुए माह जुलै 2018 से 2022 तक घर में रहकर नक्सलियोंके लिए काम कर रहा थी।
कार्यअवधी मे दर्ज अपराध
1) माह 2015 में मौजा कुंडला (छ.ग) वन क्षेत्र में मुठभेड़ में शामिल थी।
2) माह 2015 में मौजा गुंडूरपारा (छ.ग) वन क्षेत्र में मुठभेड़ में शामिल थी।
3) माह 2017 में मौजा दुरवडा (छ.ग) में गोटूल एंव वन क्षेत्र में हुए 02 विभीन्न मुठभेड़ में शामिल थी।
4) माह 2015 में उसने भामरागढ़ अनुमंडल के मौजा इरपनार गाव के 03 निरपराध इसमोंकी हत्या की है।
आत्मसमर्पण करने की वजह
1) नक्सलीयों को किसीभी काम के हेतु पैसा नही दिया जाता।
2) नक्सल दलम में वरिष्ठ माओवादी पुरुषो और महिलाओं के बीच भेदभाव करते है।
3) महिला नक्सलीयों को ऊचे पदों पर पहुंचने का मौका नही मिलता।
4) महिला नक्सलीयों को केवल भारी काम दिया जाता है और उन्हे महत्वपूर्ण अभियानों में शामील होणे का मौका नही दिया जाता।
5) वरिष्ठ माओवादी नेता महिला नक्सलियों को शादी के लिए मजबुर करते है।
6) पुलिस – नक्सल मुठभेड़ के दरम्यान महीला नक्सलियों को आगे करके पुरुष नक्सल भाग जाते है।
महाराष्ट्र सरकार व्दारा घोषित पुरस्कार
1) महाराष्ट्र सरकारने ने अनिल ऊर्फ रामसाय जगदेव कुजूर इसपर 04 लक्ष रुपये के इनाम की घोषणा की थी।
2) रोशनी ऊर्फ ईरपे नरंगो पल्लो इसपर 02 लक्ष रूपयों का इनाम घोषीत किया गया था।
आत्मसमर्पण के बाद सरकार की और से मिलनेवाले पुरस्कार
1) आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वास के लिए सरकार की ओर से अनिल ऊर्फ रामसाय जगदेव कुजूर के लिए 5 लक्ष रुपयों का इनाम घोषित किया गया है ।
2) आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वास के लिए रोशनी ऊर्फ ईरपे नरंगो पल्लो को 5 लक्ष रुपयों का इनाम घोषित किया गया है।
गढ़चिरौली जिला पुलिस बल के द्वारा प्रभावी नक्सल विरोधी अभियान चलाने और सरकार ने नक्सलीयों को आत्मसमर्पण का सुनहरा मौका उपलब्ध कर देने से सन्मानपुर्वक जीवन बिताने के लिए साल- 2019 से 2022 में अब तक कुल 51 नक्सलीयों ने आत्मसमर्पण किया। विकास कार्य में बाधा पहुचानेवाले नक्सलीयों को मुहतोड़ जवाब देने के लिए पुलिस विभाग सक्षम है। हिंसा का मार्ग छोडकर अहिंसा का मार्ग अपनाने के लिए विकास की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए और लोकतंत्र में सम्मान जनक जीवन जिने के लिए इच्छुक नक्सलीयांे को गढ़चिरौली पुलिस बल पुरा सहयोग करेगा। इसलीए राह भटके हुए नक्सलियों को मुख्यधारा में शामील होकर शांततापुर्ण जीवन बिताने के लिए आत्मसमर्पण करने का आव्हान पुलिस अधीक्षक गढचिरौली अंकित गोयल इन्होनेे किया है।