संदीप कांबळे, विशेष प्रतिनिधी
कामठी :- प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में राजऋषी गोकुल गाँव विषय पर कार्यक्रम आयोजीत किया गया| कार्यक्रम का उद्घाटन दिप प्रज्वलन करके किया गया| सेवाकेंद्र संचलिका ब्र. प्रेमलता दिदी ने आये सभी अतिथियों का स्वागत किया और अपने अशिर्वाचन सभा के बीच रखे| इस आयोजन में गाँव के विकास और संस्कृति को बढ़ावा देने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। माऊंट आबू से आये कृषि व ग्राम विकास प्रभाग के सदस्य ब्र.चंद्रेश ने अपने वक्तव्य में कहा कि गाँव के बुजुर्गों, युवाओं, बच्चो को अपने परंपराओं और संस्कारों को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। गाँव में स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ, उद्योग सहित सर्व विषयो पर कार्यशाला का आयोजन किया| जिसमे अनेक गावो के सरपंचो ने भाग लिया| माऊंट आबू कृषि व ग्राम विकास प्रभाग के मुख्यालय संयोजक ब्र. सुमंत ने यौगिक खेती की जानकरी देते हूए समझाया कि पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ, अब किसान पारंपरिक खेती, प्राकृतिक खेती, यौगिक खेती की ओर रुख करना चाहिए। यौगिक खेती, जिसे प्राकृतिक और टिकाऊ खेती का रूप माना जाता है, में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग नहीं किया जाता। इसके स्थान पर, प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करते हुए फसलों की खेती की जाती है।
ब्र.महेन्द्र ने इस कार्यशाला में किसानों को यौगिक खेती के लाभों के बारे में जानकारी दी गई। इस कार्यशाला में कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि यौगिक खेती से न केवल मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है, बल्कि उपज की गुणवत्ता भी बढ़ती है। इसके अलावा, यह खेती पर्यावरण के लिए भी अनुकूल होती है और स्वास्थ्य के लिये उपयोगी सिद्ध होती हैं|
कार्यशाला में भाग लेने वाले सरपंच, पदाधिकारी और किसानों ने इस नई खेती पद्धति को अपनाने में गहरी रुचि दिखाई।
कई किसानों ने बताया कि उन्होंने यौगिक खेती के जरिए अपनी फसल में सुधार देखा है, और उन्हें उम्मीद है कि इस पद्धति से उनके आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। यौगिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकारी योजनाओं की भी जानकारी दी गई, जिससे किसानों को इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
संपूर्ण ग्राम विकास: आज संपूर्ण ग्राम विकास योजना के तहत ग्राम पंचायत द्वारा गाँव के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। इस योजना के अंतर्गत गाँव के आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने और लोगों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने के लिए विभिन्न परियोजनाएँ शुरू की जा सकती इसकी जानकरी दी गई|
सड़क निर्माण और मरम्मत कार्यों को भी तेजी से पूरा करना जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में सुविधा होगी। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए एक मोबाइल क्लिनिक की भी शुरुआत हो जो गाँव में स्वास्थ सेवा को सुचारू चला सके|
महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए, स्व-सहायता समूहों को वित्तीय सहायता के लिये विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षण इससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। क्षेत्रिय जैविक खेती प्रशिक्षण केंद्र के डायरेक्टर डॉ राजपूत ने इस कार्य की सरहना की और अपनी शुभकामना दी| इंडीयन इन्स्टिट्यूट ऑफ युथ वेलफेअर की डायरेक्टर डॉ शिल्पा ने अपने अनुभव सूनाकर गाँव के संपुर्ण विकास के लिये यह योजना बहुत जरूरी बताई|
माऊंट आबू कृषि व ग्राम विकास प्रभाग के मुख्यालय संयोजक ब्र. शशिकांत ने सभी को ग्राम विकास प्रभाग की जाणकारी देके विशेष सहयोगी बनणे के लिये आव्हान किया|
कार्यक्रम में नागपूर जिल्हा सरपंच अध्यक्ष लक्ष्मण करारे, रनाला ग्रामपंचायत के सरपंच पंकज साबळे, गुमथळा सरपंच प्रणालीताई डाफ, गुमाथळा ग्राम पंचायत सदस्य योगेश डाफ, गादा सरपंच सचिन डांगे, पावनगाव सरपंच नेहा राऊत, पावनगाव के माजी सरपंच किरण राऊत, खैरी सरपंच योगिता धांडे, तालुका सरपंच अध्यक्ष ऋषी भेंडे, वारेगाव सरपंच रत्ना उईके ,अजाबराव उईके,ज्ञानेश्वर कुहिटे , सुरेश ढोले, गोंडेगाव ग्रामपंचायत उपसरपंच सुनील कुमार धोरिया, माजी उपसभापती विमल साबळे, माजी जिल्हा परिषद सदस्य नंदाताई लोहबरे, माजी पंचायत समिती सभापती सेवक उईके, घनश्याम चकोले, हरिहर गायधने, आदि मान्यवर उपस्थित थे| कार्यक्रम का संचालन बी के वंदना और आभार बी के शिलु दिदी ने किया|