नागपूर :-औरोरा- रमन प्रभाव की खोज की याद में दिल्ली पब्लिक स्कूल मिहान में आयोजित एक इंटर स्कूल साइंस फेस्ट जिसे राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है को आयोजन किया। जिसका उद्देश्य छात्रों के बीच स्थिरता के बारे में जागरूकता पैदा करने और जिज्ञासा को बढ़ावा देने के साथ-साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करना, लोकप्रिय बनाना और विकसित करना था।
प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और माध्यमिक शाला की श्रेणियों के लिए इनोवेशन एंबेसडर, टॉय फेयर, ‘डिबेटर’ (डिबेट) और बिग बैंग क्विज जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए।
पर्याप्त अनुसंधान और रचनात्मक प्रस्तुतियों के साथ नवीन विचारों की पुष्टि, वैज्ञानिक सिद्धांतों पर काम करने वाले उपयोगकर्ता के अनुकूल और दिलचस्प खिलौने, विचारोत्तेजक सत्र जो जिज्ञासा को बढ़ावा देने में मदद करते हैं, इस आयोजन के मुख्य आकर्षण थे । प्रख्यात निर्णायकों के पैनल ने प्रतियोगियों के जोश व उत्साह की सराहना की।
समापन समारोह में विजय फणशीकर उपस्थित थे, जिन्होंने डीपीएस मिहान और कामठी रोड की प्रो-वाइस चेयरपर्सन तूलिका केडिया के भविष्य की दृष्टि के लिए उनके प्रयासों की सराहना की और नवोदित वैज्ञानिकों को उनकी वैज्ञानिक जांच और अनुसंधान के अन्वेषण के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करने के लिए शाला को बधाई दी। अपने संबोधन में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कला विज्ञान का संतुलन है और विज्ञान तब फलता-फूलता है जब मानव मन शांत होता है। प्रयोग करना और अनुभवात्मक अधिगम, संवेदन और समझ प्राप्त करना ही विज्ञान का उद्देश्य है। उन्होंने ‘द ग्रीन स्कूल मिशन’ को बढ़ावा देने के लिए परिसर में एक पौधा भी लगाया। इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों में विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए गए।
इस वर्ष की थीम ग्लोबल साइंस फॉर ग्लोबल वेलफेयर पर पूर्व आयोजित प्रतियोगिताओ – स्किलिम्पिक्स, आर्टेफेस्ट, पोस्टर डिजाइन और विज्ञान-निंजा प्रतियोगिताओं जैसे कई इंट्रा स्कूल कार्यक्रम भी आयोजित किए गए थे। शाला की प्राचार्या निधि यादव ने ऑरोरा-2023 के सफल संस्करण के आयोजन में सभी प्रभारियों के अथक प्रयासों की सराहना की ।