– नगर पंचायत कोंढाली के आवश्यक विकास निधि कब उपलब्ध होगी?
कोंढाली :- कोंढाली के विकास की दृष्टि से यदि ग्राम पंचायत को अपग्रेड कर नगर पंचायत बना दिया जाए तो काफी विकास होगा, यहां के अधिकांश राजनीतिक दल 2013 से ही इस विचार से ग्राम पंचायत को अपग्रेड करने के लिए अपने वरिष्ठों को बयान दे चुके हैं। और नगर पंचायत तक पहुंचने के लिए आवश्यक सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद, कोंढाली नगर पंचायत 10 वर्षों के बाद एक वास्तविकता बन गई! हालाँकि, सात महीने बाद भी, कोंढाली नगर पंचायत के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के लिए आवश्यक विकास निधि की कमी दिखाई दे रही है।
कोंढाली ग्राम पंचायत को अपग्रेड किया गया और आखिरी सरकारी आदेश 9 अक्टूबर को नगर पंचायत के रूप में पारित किया गया।
नगर पंचायत के रूप में सरकारी आदेश जारी होते ही कोंढाली ग्राम पंचायत की सीमा के भीतर सभी सरकारी भवन और संपत्तियां कोंढाली नगर पंचायत की मानी जाएंगी।
नगर पंचायत बनने के सात माह बाद भी कोंढाली नगर पंचायत को कोंढाली शहरी क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक विकास निधि नहीं मिली है. चूंकि नगर पंचायत का चुनाव नहीं है, इसलिए नगर पंचायत के विकास कार्यों की योजना बनाने की जिम्मेदारी नगर पंचायत प्रशासक की है.
नगर पंचायत प्रशासक धनंजय बोरिकर द्वारा यहाँ विकास कार्यों के लिये विकास निधी के लिए रुपये का प्रावधान के लिये प्रशासन से निधी की मांग की है.
वर्तमान में कोंढाली नगर पंचायत के पास अपना प्रशासनिक भवन भी नहीं है, वर्तमान में पुराने ग्राम पंचायत का प्रशासन भवन से चल रहा है। लेकिन नगर पंचायत के सभी विभागों को समायोजित करने की कोई व्यवस्था नहीं है.
नगर पंचायत भवन के लिये नगर पंचायत के खुद की जगह है. यहां साप्ताहिक बाजार भरता है . यहाँ लगभग साढे छह एकर जमीन पर नगर भवन के लिये आवश्यक जगह पहले ही उपलब्ध है.
इसी प्रकार यहाँ राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे की सरकारी जमीन (ला भू विद्यालय के बाजू में बाहरी लोगों द्वारा कब्जा की गयी जमीन भी है)
दरअसल, नगर पंचायत को अपने सभी कार्यालयों के लिए अपने भवन की जरूरत है. इस के लिये नगर पंचायत के पास खुद की ही जगह भी उपलब्ध है.
बुनियादी और बुनियादी सुविधाओं की तत्काल आवश्यकता
नागरिकों का कहना है कि १४ महीने बाद भी कोंढाली नगर पंचायत की नागरिक सेवाओं की बुनियादी सुविधाओं के लिए शहरी विकास विभाग से आवश्यक धनराशि जारी करने में देरी हो रही है.
नगर पंचायत भवन सहित सभी नगर पंचायत कार्यालयों, संबंधित कार्यालयों के लिये आवश्यक नगर अधिकारियों और कर्मचारियों की नियुक्ती , भूमिगत नालियां, मुख्य सड़क की मरम्मत और आंतरिक सड़क निर्माण, स्वच्छता अभियान घंटा गाड़ी (06), ट्रैक्टर (03), टैंकर(02),, अत्याधुनिक एम्बुलेंस, 01, सभी सुविधाओं से युक्त तथा प्रतियोगिता ओं के परिक्षा तयारी हेतू लायब्ररी (पुस्तकालय), स्वच्छता गृह, खेल का मैदान, वरिष्ठ नागरिक मनोरंजन केंद्र और उद्यान, घन कचरा प्रबंधन, डंपिंग यार्ड, पेयजल प्रबंधन, बिजली आपूर्ति प्रबंधन, सांस्कृतिक कार्यक्रम भवन, नगर पंचायत विद्यालय, श्मशान घाट, मृत पशुओं के दफन के स्थान, सांस्कृतिक भवन,तथा नगर पंचायत के लिये आवश्यक कार्यालयीन कामकाज हेतू कार्यालय घनकचरा व्यवस्थापन के लिये ०६घंटागाडी(कचरा गाडी)की मांग अनेक माह से कि जा रही है फिर भी अब तक नगरविकास प्रशासन तथा जिल्हाधिकारी इस महत्त्वपुर्ण मांग पर ध्यान नही दे रहे.
इन सभी सुविधाओं को उपलब्ध कराने के लिए कोंढाली के नागरिकों को नगर पंचायत प्रशासक के माध्यम से नगर विकास विभाग से मांग करने की मांग यहाँ के जनप्रतिनिधी स्वप्निल व्यास, संजय राऊत, बालकिसन पालीवाल,केशवराव धुर्वे, कमलेश गुप्ता,याकूब पठाण, राजदिप सिंह,दुर्गा प्रसाद पांडे, ब्रजेश तिवारी, राजेंद्र खामकर, गोपाल माकोडे, सुरेंद्र भाजीखाये,महेंद्र धर्मे, आकाश गजबे, नितीन ठवले,अंसार बेग, बबलू बिसेन, अशपाक काजी,कुणाल भांगे, प्रवीण गोडबोले, गौरव ठवळे,अफसर हुसेन, राजा पठाण,रोहीत गोलाईत, प्रज्वल धोटे,अन्नू पठाण,आयुष्यमान पांडे, दिपक मेश्राम, फैजान शेख,प्रमोद आष्टणकर,विकास कामडी, बाबा राव,संजय गायकवाड, चंद्रशेखर चरडे,परिमल हिंगणकर, आदी द्वारा मांग की गयी है.