– राजनैतिक संरक्षण से मनपा में न सिर्फ टिका हुआ है बल्कि EXTENSION ले ले कर अपना कार्यकाल बढ़ाते जा रहा,मनपा के जलप्रदाय विभाग के सेवानिवृत निकम्मे अधिकारी इस कंपनी के स्पेशल व विशेष अधिकारी हैं !
नागपुर :- OCW के पूर्व प्रवक्ता/कर्मी/अधिकारी के अनुसार VEOLIA (https://www.veolia.in/nagpur-maharashtra) को एक साजिश के तहत नागपुर मनपा में एंट्री करवाई गई.क्यूंकि विदेशी कंपनी है इसलिए एक षड्यंत्रकारी राजनेता ने अपना दिव्य सपना दिखलाते हुए मनपा के जलप्रदाय कर्मी/अधिकारियों को निकम्मे बतलाते हुए जलप्रदाय विभाग का निजीकरण करवाया,लेकिन जनहितार्थ उद्देश्य आज भी सवालों के कटघरे में है कि ‘शहर का एक भी नल में 24 घंटा पानी नहीं आता हैं’ यह विडम्बना भी हैं.
क्यूंकि VEOLIA (https://www.veolia.in/nagpur-maharashtra) से समझौता हो चूका था,इसलिए INDIA के किसी भी नगर निकाय में काम करने के लिए LOCAL कंपनी का होना अनिवार्य के कारण उस राजनेता ने अपने प्यादे के नेतृत्व में OCW(https://www.ocwindia.com/) कंपनी बनाई और उसका गठबंधन VEOLIA (https://www.veolia.in/nagpur-maharashtra) से कर मनपा नागपुर के जलप्रदाय विभाग का अस्तित्व ख़त्म कर शहर जलापूर्ति मामले का निजीकरण कर दिया,इसका तय करार वर्ष कहब का खत्म हो चूका लेकिन तय करार के अनुसार सम्पूर्ण शहर के नलों से 24 घंटे रोजाना पानी देने में असफल रहा,हालात तो इतने ख़राब है कि एक भी नल से 24 घंटे पानी देने में VEOLIA (https://www.veolia.in/nagpur-maharashtra) और OCW(https://www.ocwindia.com/) असफल रहे.
दोनों कंपनी के प्रबंधन को तथाकथित राजनैतिक महापुरुष का आशीर्वाद था,तो इतनी बड़ी असफलता के बावजूद इसका कोई ‘बाल बांका’ नहीं कर पाया।मनपा कसे करार बाद डेलिगेशन पर एक दर्जन से अधिक अधिकारी खरीद कर अपना प्रतिनिधि बनाकर जनता की आँखों में धूल झोकते रहे.इसके बाद मनपा जलप्रदाय विभाग से सेवानिवृत अधिकारियों को मोटी मोटी वेतन पर अपने कंपनी का हिस्सा बनाकर उनका आजतक उपयोग कर रहे.
उक्त राजनेता के अनुसार कल जब मनपा जलापूर्ति विभाग अस्तित्व में था तो उक्त सेवानिवृत और डेलिगेशन पर नियुक्त कर्मी मनपा के मूल कर्मी निकम्मे थे,जैसे ही VEOLIA (https://www.veolia.in/nagpur-maharashtra) और OCW(https://www.ocwindia.com/) के शागिर्द में गए सब के सब विशेषज्ञ हो गए ,इसके बावजूद शहर आज भी 24 घंटे नल से पानी आने का राह तक रहा हैं.
महत्वपूर्ण घटनाक्रम
– शाम ढलते ही OCW का जोनल कार्यालय अलग रूप ले लेता हैं
– शहर में जोनल डेलीगेट के संरक्षण में प्रत्येक जोन में सैकड़ों अवैध नल कनेक्शन
– फ्री सार्वजानिक नल-जल सेवा
– राजनैतिक संरक्षण से किसी भी काम के लिए अवैध नल कनेक्शन
– टैंकर युक्त शहर माफिया सक्रिय
– पर्सनल इंटरेस्ट पूरी करने वाले को कंपनी में जगह
– VEOLIA (https://www.veolia.in/nagpur-maharashtra) और OCW(https://www.ocwindia.com/) का करार ख़त्म लेकिन आज भी OCW के नाम का उपयोग कर रहे
उल्लेखनीय यह है कि उक्त मामले पर केंद्र सरकार ने करोड़ो खर्च किये और आज भी सतत जारी है लेकिन MODI सरकार को एक पैसे का भी फायदा नहीं हुआ और न जनता को 24 घंटे जलापूर्ति करवाने में सफल रहे,क्यूंकि राजनैतिक संरक्षण है इसलिए जब तक नेता चाहेंगे सरकारी धन इस विदेशी कंपनी पर बहाती रहेगी,फ़िलहाल इस कंपनी का एक सूत्री कार्यक्रम शहर के तमाम बड़े महत्वपूर्ण सड़क सीमेंट सड़क को खोदना और जलवाहिनी बिछाना है,इसे कहते है ‘ठोस नियोजन’ मोदी सरकार की.