नागपुर :- लो.शा.अण्णाभाऊ साठे विकास महामंडळ की सभी कर्ज योजनाएं 7 से 8 साल से बंद थी, अब सिर्फ विदर्भ जिले में ही फार्म जा रहे हैं.
दिल्ली में 1 लाख की थेट कर्ज योजना शुरू की गई, लेकिन इस योजना के लिए दो सरकारी नौकरी गारंटर या कृषि गारंटर की आवश्यकता होती है, मातंग समुदाय के बेरोजगार युवाओं को इस शर्त पर कर्ज दिया जाएगा।
लेकिन मातंग , मांग , मांग-गारोडी , कैकाडी मांग , मातगी आदि 12 उपजातियों में 1 प्रतिशत भी कार्यरत नहीं हैं। कृषि में भी नहीं। यह सारा समाज गरीबी रेखा से नीचे है। जिससे समाज के शिक्षित बेरोजगार युवा 1 लाख की सीधी कर्ज योजना से वंचित हो जायेंगे। एक लाख में कौन सा बिजनेस होता है? ऐसे लोन में सिर्फ ऊपर का बिजनेस ही किया जा सकता है।18% प्रतिशत की दर से GST लगेगा। सीधा कर्ज सीमित है। जिन लोगों ने फॉर्म भरा है उनका चयन जिला अधिकारी कार्यालय में 26 लोगों के लकी ड्रा में किया जाएगा। निम्नलिखित मांगों के लिए
1) सरकारी नियोजित ज़मानत को समाप्त कर दिया जाना चाहिए।
2) लकी ड्रा सिस्टम बंद होना चाहिए
3) फॉर्म भरने वाले सभी को लोन दिया जाना चाहिए
4) मातंग समाज के बेरोजगारों को ढूंढना चाहिए और अगर उन्हें आर्थिक और सामाजिक प्रवाह में लाना है तो सभी में N.S.F.D.C. दिल्ली की योजना के तहत मामलों में, 5 से 10 लाख बिना शर्त दिए जाएं। ।
इस मांग को लेकर लहू सेना प्रमुख संजय कठाळे के नेतृत्व में लोक सभा लो.शा.अण्णाभाऊ साठे (दीक्षा भूमि चौक) की प्रतिमा से सामाजिक न्याय विभाग के कार्यालय तक जोरदार विरोध नारे लगाते हुए विकास महामंडळाचे जिल्हा व्यवस्थापक सोनटक्के सहित जिल्हा अधिकारी निवेदन को दिया
मोर्चा में सभी मुरलीधर रणखांम,गणेश साळवे , रविन्द्र खडसे , क्रिष्णा बावने , महेन्द्र प्रधान , अशोक खडसे , अविनाश ठोसर , राजेश कांबळे , अंकित चन्ने , प्रकाश उकूंडे , इंदिरा बावने , गणेश डोंगरे , प्रकाश वानखेडे , उर्मीला चव्हाण , जनाबाई चव्हाण , प्रमोद खंडारे , अजय गायकवाड , गोपाल सोनोने , बादल रोकडे , कैलास काचेवार , रुपेश वानखेडे , दिलीप गायकवाड , क्रिष्णा हिवरकर , देवेन्द्र बावने , सभी कार्यकर्ते उपस्थित थे.