मुंबई :- शिंदे गुट का दशहरा रैली बीकेसी मैदान में होगा। इसके लिए शिंदे गुट की एक बैठक मुंबई में हुई थी। इस बैठक के बाद शिंदे गुट के नेता रामदास कदम ने शिवसेना पर हमला बोला. शिवसेना अलग क्यों हुई ? दो हिस्सों में क्यों बंटी ? दो बैठकें क्यों करनी पड़ीं ? रामदास कदम ने कहा है कि इसका जवाब दशहरा रैली में मिलेगा !
रामदास कदम ने कहा, ‘शिंदे समूह की दशहरा मिलन में स्वयं शिवसैनिक आएंगे। इसलिए शिवसेना कौन है न्यायालय के निर्णय पूर्व इसका फैसला 5 तारीख को होने वाली दशहरा रैली में होगा. मूल शिवसेना का वर्चस्व होती तो 50 विधायक और 12 सांसद उन्हें छोड़ शिंदे सेना में नहीं आते.
शिवसेना प्रमुख के ज़माने में एक झंडा, एक मैदान, एक विचार की नीति थी। राकांपा से शिवसेना में आने वालों को नेता और उपनेता बनाया जा रहा है और शिवसेना में हमसे वरिष्ठ व् प्रभावी पदाधिकारी बना दिया जा रहा हैं । सभी का जवाब कल की सभा में मिल जाएंगे।