सावनेर – 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की 191 वीं जयंती के अवसर पर लोधी समाज,सावनेर शहर के गांधी पुतला स्थीत पुरातन श्री हनुमान मंदिर के प्रांगण मे शहर के समस्त लोधी समाज बांधवोने एकत्रीत होकर विरांगना राणी अवंतीबाई जयंती हर्षोल्हास से मनाया गया ।
वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी का जन्म लोधी राजपूत समुदाय में 16 अगस्त1831 को ग्राम मनकेहणी, जिला सिवनी के जमींदार राव जुझार सिंह के यहां हुआ था। वीरांगना अवंतीबाई लोधी की शिक्षा दीक्षा मनकेहणी ग्राम में ही हुई।अपने बचपन में ही इस कन्या ने तलवारबाजी और घुड़सवारी करना सीख लिया था। लोग इस बाल कन्या की तलवारबाजी और घुड़सवारी को देखकर आश्चर्यचकित होते थे।
वीरांगना अवंतीबाई बाल्यकाल से ही बड़ी वीर और साहसी थी। जैसे-जैसे वीरांगना अवंतीबाई बड़ी होती गयीं वैसे-वैसे उनकी वीरता के किस्से आसपास के क्षेत्र में फैलने लगे।
ऐसी ही 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की एक वीरांगना हैं रानी अवंतीबाई लोधी जिनका योगदान ने देश की रक्षा के लिए आन्दोलन करते हुए अंग्रेजों को धूल चटाकर अपना सर्वस्व न्योछावर करके 20 मार्च 1858 को अपने प्राणों की आहुति दे दी।
उनके इस बलिदान एवं जयंती मे अमर वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की तस्वीर पर दीप प्रज्वलित, पुष्प श्रद्धांजलि अर्पित और केक काट कर जयंती समारोह का शुभारंभ लोधी समाज, सावनेर की ओर से किया गया तथा 16 अगस्त 2022 को ऐसी आर्य वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी के 191 वीं जन्म-जयंती पर उनको शत्-शत् नमन् और भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई।