– शनि जन्मोत्सव पर हुआ अभिषेक,धूमधाम से मनाया गया 120 वां स्थापना दिवस
– जिवती अमावस्या,अधिक श्रावण मास,राहु गुरु चांडाल युति, शनि- मंगल षडाष्टक योग का बना विशेष संयोग
नागपुर :- लोहापुल, सीताबर्डी के पुरातन जागृत शनिमंदिर में आज शनिदेव का जन्मदिवस व मंदिर का 120 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। जय जय शनिदेव के जयघोष से परिसर गूंज उठा।अनेक शनिदेव भक्तों ने शनिदेव का दर्शन किया।
114 साल बाद एक साथ बने जिवती अमावस्या, अधिक श्रावण मास, राहु गुरु चांडाल युति, शनि- मंगल षडाष्टक योग ने इस आयोजन को धार्मिक दृष्टि से और महत्वपूर्ण बना दिया।
आज शनिदेव के जन्मदिवस पर उनका स्वर्ण अभिषेक कर उनका सुंदर श्रृंगार किया गया। अभिषेक के पश्चात शनिदेव की महाआरती की गई। भगवान शनिदेव को लड्डुओं व फलों का भोग लगाया गया। मंदिर को फूलों से सजाया गया।
पंडित ओम शर्मा ने बताया कि विभिन्न शुभ संयोगों पर मंदिर परिसर में 5 दिवसीय अखंड ज्योति प्रज्वलित की गई। शनिदेव को 251 ज्योति समर्पित की गई। पंडित शर्मा ने बताया कि शास्त्रों में पूरे श्रावन मास में स्वर्ण, रजत व तांबे के दीप दान का महत्व बताया गया है। 6 अगस्त को महाप्रसाद का होगा।
सफलतार्थ श्रेयांस कामदार, युवराज तभाने, मनीष वज़लवार, विशाल अग्रवाल, सागर रतन, नगीन पुगलिया, सचिन पुनियानी, विनित सोंधी, पंडित अभिजीत शर्मा,सुशील शुक्ला, नंदलाल शास्त्री, सुनीता तिवारी ने अथक प्रयास किया।