नागपुर – वर्त्तमान दौर में महाराष्ट्र समेत देश के सियासी माहौल में बदलाव की हवा चल रही है. राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर चर्चाएं चल रही हैं। इस बीच आम आदमी पार्टी से एक बड़ी खबर सामने आई है। दिल्ली और पंजाब के बाद अब आप (आम आदमी पार्टी) ने महाराष्ट्र में पार्टी विस्तार नीति लागू करना शुरू कर दिया है। इससे महाराष्ट्र की सियासत में हड़कंप मच गया है।
आप संयोजक अरविन्द केजरीवाल की नीति के तहत आम आदमी पार्टी के पिछले कुछ दिनों के प्रयासों के बावजूद वह महाराष्ट्र में नींव नहीं रख पाई है इसलिए दिल्ली,बाद पंजाब बाद अब महाराष्ट्र में नींव मजबूत करने के उद्देश्य से एक पूर्व सांसद विजय बाबू को राज्यसभा भेजने से महाराष्ट्र में आप की सकारात्मक छवि बन सकती है.
सूत्रों ने बताया कि विजय बाबू ने देश के महत्वपूर्ण राजनेताओं से सलाह मशविरा बाद ने हाल ही में केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से चर्चा कर,आप का माहौल तैयार करने के उद्देश्य से नागपुर में विगत सप्ताह आप के दोनों मुख्यमंत्री का एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया।
इस कार्यक्रम में शहर में विजय बाबू समर्थकों को ही प्रवेश दिया गया था,यहाँ तक की आप के आम कार्यकर्ताओं को भी कार्यक्रम स्थल से दूर रखने की कोशिश की गई थी.समझा जाता है कि विजय बाबू पंजाब में आप के कोटे के शेष वोट की मदद से या फिर आप के कोटे से राज्य सभा जाने के लिए प्रयासरत हैं.
याद रहे कि 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों के लिए कल (गुरुवार) चुनाव घोषित हो चुके हैं. पंजाब में कांग्रेस की अंबिका सोनी और शिरोमणि अकाली दल के बलविंदर सिंह भुंडर का अंत हो रहा है। ये दोनों सीटें अब आम आदमी पार्टी के पास जाएगी। इसके लिए आप ‘शक्तिशाली’ उम्मीदवारों की परीक्षा ले रही है। इसलिए आम आदमी पार्टी अपने कोटे से महाराष्ट्र से विजय बाबू को राज्यसभा भेजने की तैयारी चल रही हैं.
दिल्ली के बाद पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद राज्यसभा में इसका फायदा उन्हें मिला है. वर्तमान में आम आदमी के 8 सांसद राज्यसभा में हैं। दिल्ली से 3 सांसद हैं। इनमें आप नेता संजय सिंह, श्रीनारायण दास गुप्ता और सुशील कुमार गुप्ता शामिल हैं। पंजाब से 5 सांसद पहले ही चुने जा चुके हैं।
उल्लेखनीय यह है कि निर्वाचन आयोग ने 15 राज्यों में राज्यसभा की 57 सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनावों के कार्यक्रम की आज घोषणा की। इन राज्यों में आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिसा, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
चुनाव की अधिसूचना 24 मई को जारी की जाएगी। नामांकन की अंतिम तिथि 31 मई है। 10 जून को मतदान और उसी दिन वोटो की गिनती होगी।
राज्यसभा से सेवानिवृत्त होने वाले कुछ प्रमुख सदस्यों में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारामन, मुख्तार अब्बास नकवी, पीयूष गोयल, रामचंद्र प्रसाद सिंह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम, जयराम रमेश, कपिल सिब्बल, अंबिका सोनी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता प्रफुल पटेल और शिवसेना के संजय राउत शामिल हैं।
इन सदस्यों का कार्यकाल इस वर्ष जून से अगस्त के बीच समाप्त होने वाला है।