नागपुर :- भारत का एक मात्र पर्यटन स्थल बने मेट्रो पुल जिसमे नीचे सड़क, ऊपर रेलवे ट्रैक उसके उपर फिर सड़क (ब्रिज) और उसके उपर मेट्रो यह चित्र पूरे देश में कही भी नही है। यह ब्रिज बन कर तैयार है कामठी रोड स्थित कड़वी चौक गुरुद्वारे के पास। लेकिन आज वह अपनी अपनी दुर्दशा पर आसू बहा रहा है। इसके नीचे बने गड्डे अपनी पीड़ा बया कर रहे है। हरवर्ष गढ्डों की लीपापोती होती है और हर बारिश में स्थिति जस की तस होकर राहगीरों को मुसीबत का सामना करना पड़ता है। जब चिल्ला चपट होती है तब प्रशासन नींद से जागकर लीपापोती करता है। क्या प्रशाशन को यह दिखाई नही देता। क्या इसका स्थाई समाधान नहीं किया जा सकता। जेड आर यू सी सी सदस्य व सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. प्रवीण डबली ने इसका स्थाई समाधान करने की मांग प्रशाशन से की है।
ज्ञात हो इस पर कच्चा डामरीकरण किया गया लेकिन बारिश ने सड़क की पोल खोल दी। पुनः गड्डे बन गए थे।
गड्डे तो उस पर्यटन स्थल की शोभा बढ़ा रहे है। जहा से रोज सैकड़ो गाडियां गुजरती है। स्कूल बस, ऑटो जिसमे से बच्चो की स्कूल बैग कई बार पाने में गिर चुकी है। लेकिन मेट्रो या फिर मनपा भी इस सड़क को बनाने का जज्बा नही दिखती। सड़क की हालत व पर्यटन स्थल की सुंदरता को दिखाते नजर आ रहे हैं।
ज्ञात हो यह सड़क डेढ़ साल बंद रखकर भी रेलवे ने पुल की चौड़ाई बढ़ाने की बजाय और छोटी कर दी। जिससे उसकी ऊंचाई भी छोटी हो गई। रेलवे चाहती तो उस पुलिया को मेट्रो पुल की तरह चौड़ा कर सकती थी। लेकिन पुल के नीचे पानी निकलने की जगह भी नहीं है । पुल के पास वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाया जा सकता है। जिससे पानी जमा होने की समस्या खत्म हो सकती है। सड़क को ठीक नही किया गया। रेलवे ने यह हमारा काम नही कह कर पल्ला झाड़ दिया था।
– डॉ. प्रवीण डबली,
वरिष्ठ पत्रकार, नागपुर।