नागपुर :- 11 दिसंबर 2022 को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नागपुर स्टेशन से शुरू की गई ट्रेन 20826/25 नागपुर-बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत ने जुलाई माह में टिकट बिक्री के मामले में महाराष्ट्र में दौड़ रही अन्य सभी वंदे भारत एक्सप्रेस को पछाड़ दिया है.
राज्य की वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में यह एकमात्र रूट है जिस पर 100 प्रतिशत से अधिक टिकट बिक्री दर्ज की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, ट्रेन 20826 नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत में 120.36 प्रतिशत तथा ट्रेन 20825 बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत में 109.62 प्रशितश आक्यूपेंसी दर्ज की जा रही है. ज्ञात हो कि पहले मुंबई-सोलापुर-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस में राज्य में सबसे अधिक आक्यूपेसी दर्ज की गई थी. हालांकि विदर्भ की एकमात्र वंदे भारत उक्त ट्रेन से करीब 40 प्रतिशत से अधिक आक्यूपेंसी दर्ज कर रही है.
50 प्रश किराया छूट का असर
ज्ञात हो कि वर्तमान में देशभर में 23 जोड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस दौड़ रही हैं लेकिन इन सेमी हाईस्पीड ट्रेनों में घटती टिकट बिक्री ने रेलवे कान खड़े कर दिए. ऐसे में यात्रियों को अधिक लुभाने के लिए आनन-फानन में वंदे भारत एक्सप्रेस की किराया दर में 50 प्रतिशत की छूट देना शुरू किया गया. कहा जा रहा है कि इसी छूट के चलते नागपुर जुलाई माह में राज्य की वंदे भारत एक्स. में आक्यूपेंसी की स्थिति
ट्रेन कहां से कहां तक कितनी प्रश
20826 नागपुर-बिलासपुर 120.36
20825 बिलासपुर-नागपुर 109.62
22229 मुंबई-गोवा 92.64
22230 गोवा-मुंबई 80.50
22225 मुंबई-सोलापुर 84.27
22226 सोलापुर-मुंबई 94.98
22223 मुंबई-शिर्डी 73.56
22224 शिर्डी-मुंबई 73.86
जून में भी मारी बाजी
उल्लेखनीय है कि यह लगातार दूसरा महीना है जब नागपुर-बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत की आक्यूपेंसी 100 प्रतिशत से अधिक मिली है. जून माह में ट्रेन 20826 नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत में 120.36 प्रतिशत, जबकि 20825 बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत में 127.39 प्रतिशत आक्यूसेंसी रही. ट्रेन 22225 मुंबई-सोलापुर वंदे भारत को 95.55 प्रतिशत की आक्यूपेंसी मिली थी.
बंद होने की उड़ी थी अफवाह
मई माह में नागपुर-बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस की रैक को मेंटेनेंस के लिए भेजा गया था. उसके स्थान पर तेजस की रैक चलाई गई. इसे लेकर अफवाह उड़ गई कि महंगे किराये और कम टिकट बिक्री के चलते उक्त ट्रेन को बंद कर दिया गया. यह बात रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव तक पहुंचते ही सारा माजरा उलट गया और दक्षिण-पूर्व- मध्य रेल बिलासपुर जोन से आनन-फानन में तेजस की रैक हटाकर दोबारा वंदे भारत शुरू कर दी गई.