– युवाओं की विधायक चरणसिंह ठाकुर से अपेक्षा उम्मीद
कोंढाली :- गांव हो या शहरी क्षेत्र के युवक/युवतियों के साथ-साथ खिलाड़ियों को अनुशासन और किताबी ज्ञान के साथ मैदानी खेलों में पारंगत होना चाहिए। इसके लिए केंद्र सरकार ने गांव-गांव में खेल के मैदान की अवधारणा बनाई है। हालाँकि, यह अवधारणा मात्र केवल कागज़ पर ही रह गयी है। ग्रामीण या अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर खेल के मैदान नहीं हैं, इसलिए युवक/युवती/तथा खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए खेल के मैदान उपलब्ध नाही होते.। यह वही ज्वलंत समस्या /प्रश्न है, जिसका सामना नगर पंचायत कोंढाली की युवा/ और खिलाडीयोंको करना पड़ रहा है। विगत तीन वर्षे पूर्व कोंढाली ग्राम पंचायत द्वारा और स्थानीय खिलाड़ियों की मांग पर पूर्व विधायक अनिल देशमुख ने सोनेगांव के सर्हे क्रमांक 1 स्थित झुडपी स्थल पर 2/3 के प्रस्ताव के बाद .98 हेक्टेयर भूमि पर खेल मैदान का निरीक्षण किया था। इस बीच, कोंढाली ग्राम पंचायत को नगर पंचायत में दर्जोन्नत होने के पश्चात अब यह मामला नगर पंचायत के ओर आ गया है । प्रशासक धनंजय बोरीकर द्वारा बालकों के खेल के लिये. क्रिकेट टर्फ उपलब्ध कराया गया है जो निर्माणाधिण है. लेकिन बडे तथा प्रतिभावान युवक/ युवती एंव खिलाडीयों के लिये अब नव गठित नगर पंचायत, नई सरकार, नए विधायक तथा कामदार चरणसिंह ठाकुर द्वारा अब इस मामले में पहल करते हुए कोंढाली नगर पंचायत की सीमा में सोनेगांव के सर्हे क्रमांक 1 में खेल का मैदान उपलब्ध कराने की पहल के लिये जिले के पालकमंत्री के प्रमुखता में जिलाधिकारी, वन विभाग तथा खेल विभाग तथा कोंढाली के प्रशासक की बैठक लेकर कोंढाली के युवाओं और खिलाड़ियों को अध्यावतन क्रीडा संकुल/ खेल का मैदान उपलब्ध कराने की मांग की गयी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जाता है की ग्रामीण भारत असाधारण प्रतिभा का पावरहाउस रहा है। ग्रामीण भारत खेल और खेलों से भरपूर है, परंतु ग्रामीण आंचल में खिलाडी तो हैं. पर खेल के मैदान का आभाव ग्रामीण आंचलिय प्रतिभावान खिलाडीयों के प्रतिमा पर ग्रहण सा लगा है. युवा तथा प्रतिभावान खिलाडीयों को अपने अपने खेलों और खेलों ने कई उद्देश्यों की पूर्ति के लिये खिलाडीयों को फिट रखना, सद्भाव बनाए रखना, रचनात्मक क्षेत्रों में युवाओं की ऊर्जा को दिशा देना, उन्हें मादक द्रव्यों के सेवन से दूर रखना और युवाओं को कई अन्य लाभों के बीच गरीबी से बाहर निकालना। इस लिये भारत सरकार ने, हाल के वर्षों में, भारत को एक खेल राष्ट्र के रूप में बनाने के लिए खेलो इंडिया, टॉप्स योजना आदि जैसी कई पहलें की हैं, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों पर बहुत अधिक जोर दिया गया है। हालांकि ये पहलें सराहनीय हैं, *लेकिन भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में खेल के मैदान के आभाव के चलते उभरते खिलाडीयों खेल प्रतिभा निखारने के लिये कई रोडे आडे आते हैं.
भूमी उपलब्ध है, पर कानूनी रोडे आडे आते है.
बीस हजार के आबादी वाले तथा नागपूर जिले बडी ग्राम पंचायत हाल ही में नगर पंचायत में दर्जोन्नत कोंढाली में खेल प्रतिभा की बिलकूल कमी नाही है. यहाँ के ग्राम पंचायत द्वारा विगत 2021/2022के दौरान कोंढाली ग्राम पंचायत के तहत *सोनेगाव के सर्व्हे क्रमांक एक जो की १९९३-१९९४तक कोंढाली ग्राम पंचायत के की ही थी. लेकिन १९९४-१९९५के इसे झुडपी जंगल के तहत हस्तांतरण हुआ. ग्राम पंचायत कोंढाली द्वारा ग्राम पंचायत के लिये खेल के मैदान की मांग की गयी है. जिसका वन विभाग द्वारा २/३के प्रस्ताव के तहत ढ़ाई एकर जमीन खेल के मैदान के लिये प्रस्तावित होने की जानकारी पुर्व सरपंच केशवराव धुर्वे पुर्व उप सरपंच स्वप्निल व्यास द्वारा दी गयी है*. यहाँ के खेल के मैदान के लिये पुर्व विधायक अनिल देशमुख प्रयासरत थे., इसी प्रकार कोंढाली के खेल मैदान के लिये जि प सदस्य सलील देशमुख द्वारा पुर्व खेल युवाकल्याण राज्य मंत्री आदिती तटकरे से प्रत्यक्ष मिलकर तथा विडीओ कांफरंसींग के माध्यम से चर्चा किया था. इस बीच सरकार ही बदल गयी, फिर भी कोंढाली के खेल के मैदान प्रश्न अबतक लंबीत है.
अब स्थानिक युवाओं द्वारा नव निर्वाचित विधायक चरण सिंग ठाकूर से खेल के मैदान (क्रीडा संकुल)की अपेक्षा की गयी है.