– नागपुर में बाढ़ पीड़ितों के बैंक खातों में जमा होगी राशि
नागपुर :- सिटी में 22 व 23 सितंबर की दरमियान रात अंबाझरी (Ambazari lake) व गोरेवाड़ा लेक (Gorewada Lake) ओवरफ्लो होने के चलते जो बाढ़ आई थी उसमें हजारों घरों में पानी कमर व गले तक घुस गया था.
हजारों नागरिकों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाना पड़ा था. सरकार ने नुकसान भरपाई के लिए राजस्व विभाग व मनपा की संयुक्त टीम को काम पर लगाया था व जल्द से जल्द रिपोर्ट सादर करने के निर्देश डीसीएम देवेन्द्र फडणवीस ने दिये थे.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने सभी अधिकारियों को बैठक लेकर सोमवार तक पंचनामा की फाइनल रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था लेकिन मंगलवार तक 22,000 पंचनामा पूरा कर लिए जाने की जानकारी मिली. बताया गया कि अभी भी पंचनामा पूर्ण नहीं हुआ है. सरकार को अब तक की तैयार रिपोर्ट भेज दी गई है, फाइनल रिपोर्ट तैयार होने में 2-4 दिनों का समय लग सकता है. मतलब पीड़ितों की संख्या और बढ़ने वाली है.
सरकार द्वारा नुकसानग्रस्त लोगों को तत्काल व एकमुश्त 10,000 रुपये सानुग्रह निधि देने की घोषणा की गई थी. साथ ही कहा गया था कि मंगलवार यानी 2 अक्टूबर से वितरण शुरू कर दिया जाएगा लेकिन अब तक किसी भी पीड़ित को मदद नहीं मिली है. सूत्रों से तो यह भी पता चला है कि केवल अनाज व कपड़े आदि के नुकसान की भरपायी जाएगी. इलेक्ट्रॉनिक सामान टीवी, फ्रिज, फर्नीचर, वाहन, लैपटॉप आदि के संदर्भ में अब तक कोई निर्देश तक नहीं मिले हैं. मतलब नुकसान कितना भी हो गया हो, मिलेगा सिर्फ 10,000 रुपये ही.
आज से खाते में जमा होगी मदद
जानकारी मिली है कि जिन पीड़ितों का पंचनामा हो चुका है उनके बैंक खाते में 10-10 हजार रुपये सानुग्रह राशि 4 अक्टूबर से जमा होनी शुरू हो जाएगी. प्रशासन द्वारा ट्रेजरी को सूची व निधि भेज दी गई है. बताते चलें कि बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा डीसीएम फडणवीस, प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले ने तो लिया ही था, साथ ही मदद व पुनर्वसन मंत्री अनिल पाटिल भी आकर गए. उन्होंने पीड़ितों को मदद का आश्वासन दिया था.
पुलिया व रोड का भी नुकसान
वहीं मनपा की सीमा में सरकारी सम्पति का भी नुकसान हुआ है. नाग-पीली नदीं की बाउंड्री वॉल कई जगहों से धंसक गई जिससे बाढ़ का पानी कई बस्तियों में घुसा.नाग-पीली नदीं की बाउंड्री वॉल कई जगहों से धंसक गई जिससे बाढ़ का पानी कई बस्तियों में घुसा. दीवार की मरम्मत के लिए 150 करोड़ रुपये की जररूत मनपा ने बताई है. वहीं 3 पुलिया क्षतिग्रस्त हुए जिसके लिए 45 करोड़ रुपये, 10 जोन में करीब 30 किमी रोड को क्षति पहुंची है जिसके लिए 30 करोड़ और ड्रेनेज, वाटर लाइन व अन्य क्षति के लिए 50 करोड़ रुपये इस तरह कुल 275 करोड़ रुपये के नुकसान की रिपोर्ट मनपा प्रशासन ने सरकार को भेजी है. निजी सम्पत्तियों का नुकसान अलग है.
वाठोड़ा की कई बस्तियों में अब तक सर्वे नहीं
बाढ़ जैसी आपदा को कहर ढाये 10 दिन बीत गए हैं लेकिन अब तक कई बस्तियों में सर्वे करने वाली टीम नहीं पहुंची है. भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मपाल मेश्राम ने डीसीएम फडणवीस से शिकायत की है और जिलाधिकारी व तहसीलदार को उसकी प्रति भेजी है. वाठोड़ा व भांडेवाड़ी परिसर के नाला के किनारे बसी बस्तियों संघर्षनगर, चांदमारीनगर, वैष्णोदेवीनगर, श्रावणनगर में अब तक पंचनामा नहीं हुआ है. सर्वेक्षण की सूची में इन सर्वेक्षण की सूची में इन बस्तियों का नाम नहीं होना बताकर सर्वे टाला जा रहा है. इसके अलावा न्यू-सूरजनगर, सूरजनगर, अंतुजीनगर में भी इसी तरह की शिकायत है.