बाबा ताजुद्दीन का १०२वां सालाना उर्स २९ जुलाई से मनाया जायेगा

–  ताजाबाद में परचम कुशाई से होगा शुभारम्भ

–  देश विदेश से पहुंचेंगे श्रद्धालु

–  १५ लाख लोगों के लिए रहेगी लंगर व्यवस्था   

नागपुर :- हजरत बाबा सय्यद मोहम्मद ताजुद्दीन रहमतुल्लाह का १०२वान सालाना उर्स २९ जुलाई से १० अगस्त तक धूमधाम से मनाया जायेगा. सालाना उर्स के अवसर पर हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट की ओर से विविध धार्मिक कर्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. सालाना उर्स में देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु ताजाबाद पहुंचेंगे. इसे देखते हुए ट्रस्ट ने करीब 15 लाख लोगों के लिए लंगर भोजन की व्यवस्था की है. इसमें कई धार्मिक तंजीमों और दरगाहों की ओर से भी लंगर वितरित किया जायेगा. हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के चेयरमैन प्यारे जिया खान एवं सचिव ताज अहमद राजा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा की उर्स की तैयारी पूर्ण की जा चुकी है. ताजाबाद में भव्य शामियाना लगाया गया है. श्रद्धालुओं के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. साथ ही जिला प्रशासन, मनपा, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से भी आवश्यक सुविधाएं की गई है. पत्र परिषद में हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के उपाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र जिचकार, सदस्य हाजी फारूक बावला, गजेंद्रपाल सिंह लोहिया, मुस्तफाभाई टोपीवाला, हाजी इमरान खान ताज़ी उपस्थित थे.

ट्रस्ट की ओर से बताया गया की २९ जुलाई को सुबह ९ बजे अमीरे शरीयत मुफ़्ती अब्दुल कदीर की अध्यक्षता एवं विश्व प्रख्यात मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना मोहम्मद हाश्मी मिया की प्रमुख उपस्थिति में परंपगत तरिके से पंचम राजे रघुजी भोसले हाथो परचम कुशाई की जाएगी. इसी दिन ईशा की नमाज के बाद मिलाद शरीफ का आयोजन होगा और पश्चात मौलाना हाश्मी मिया की तक़रीर होगी. वहीँ ३० जुलाई को बाद नमाजे ईशा मिलाद एवं तक़रीर का कार्यकर्म आयोजित होगा. इसी तरह ३१ जुलाई को दरगाह परिसर में ईशा की नमाज के बाद मिलाद होगा और फिर कव्वाली का आयोजन किया जायेगा. इसमें देश के मशहूर कव्वाल कव्वाली पेश करेंगे. १ अगस्त को ईशा की नमाज के बाद मिलाद व इसके पश्चात इंटरनेशनल सूफियाना महफिले समा का आयोजन होगा. २ अगस्त को सुबह १० बजे ताजाबाद स्थित हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट कार्यालय से शाही दरबारी संदल निकलेगा. संदल की रवानगी से पूर्व ट्रस्ट कार्यालय में सूफी कलाम पढ़े जायेंगे व् दस्तारबंदी की रस्म अदा की जाएगी. बाबा ताजुद्दीन के शाही संदल में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे. संदल विभिन्न मार्गों का गश्त करता हुआ वापस ताजाबाद लौटेगा. वापसी के बाद बाबा ताजुद्दीन की मजार पर संदल और चादर पेश की जाएगी. ३ अगस्त को सुबह ९ बजे दरगाह में छोटा कुल शरीफ की फातेहा होगी. इसके बाद रात में ईशा की नमाज के बाद मिलाद शरीफ होगा व् ऑल इंडिया नातिया मुशायरे का आयोजन किया जायेगा. ४ अगस्त को उर्स के शामियाने में रात में ईशा की नमाज के बाद प्रख्यात मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सय्यद अमीनुल कादरी साहब (मालेगाव) की तक़रीर होगी. ५ अगस्त को सुबह ९ बजे बड़ा कुल शरीफ की फातेहा होगी. रात में ईशा की नमाज के बाद मौलाना सय्यद तनवीर हाशमी साहब (बीजापुर, कर्णाटक) एवं मौलाना सय्यद आले मुस्तफा कादरी मुसावी (हैदराबाद) की तक़रीर होगी. ६ अगस्त को ईशा की नमाज के बाद कव्वाली का कार्यक्रम होगा. ७ अगस्त को भी उर्स के शामियाने में कव्वाली का आयोजन होगा. इसी तरह ८ अगस्त को भी कव्वाली का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा. ९ अगस्त को बाबा ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह के सालाना उर्स के अवसर पर दरगाह परिसर में देश की खुशहाली, तरक्की, हिफाजत व् विश्व मानवजाति के कल्याण और भाईचारे, शांति के लिए विशेष सामूहिक दुआ होगी. मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सय्यद आलमगीर अशरफ साहब (किछौछा शरीफ) दुआ करेंगे. १० अगस्त को ईशा की नमाज के बाद कव्वाली का कार्यक्रम होगा. हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं से उर्स में शामिल होने की अपील की है.

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