– गडकरी को लेना देना नही और फडणवीस को फुर्सत नहीं,जनता जनार्दन हलाकान और मनपा प्रशासक डमी साबित हो रहा, एस्मा लगाने में आनाकानी कर रहा
नागपुर :- शहर में आम नागरिकों की महत्वपूर्ण जरूरतों में से एक शहर बस सेवा,जिसे स्टार बस के नाम से जाना जाता है।पिछले 5 दिनों से गैरकानूनी ढंग से ऐन त्योहारों के मौके पर प्रवीण दटके के संरक्षण में स्टार बसों का हड़ताल करवाया जा रहा है,आज पांचवा दिन है,लेकिन न विपक्ष,न मनपा प्रशासक और न जिले के पालकमंत्री सह हमेशा प्रधानमंत्री के दौड़ में खुद को रखने वाले केंद्रीय मंत्री,स्थानीय सांसद के कानों पर जूं नहीं रेंग रहा.
क्यूंकि आम जनता से न गडकरी को कोई लेना देना और न ही उपमुख्यमंत्री फडणवीस को.दोनों आम जनता द्वारा चुने जाने के बाद आम जनता के लिए कभी उपलब्ध नहीं हुए और न चुनाव में मत मांगने जिस तरह गली गली तब भटके थे ,जीत कर आने के बाद अबतक नहीं भटके।
स्टार बसों से न कभी सफर किये न ही उनके आसपास रहने वाले करते है इसलिए दोनों मंत्रियों को हड़ताल का दर्द का अहसास नहीं।
दूसरी ओर मनपा पर एकाधिकार हो,इसके लिए भाजपा में दूसरी लाइन के तथाकथित नेताओं के मध्य खुली संघर्ष जारी है,एक दूसरे को निचा दिखाने के लिए मनपा प्रशासन को,सरकारी सुविधाओं को इसका हथियार बनाकर खेल खेल रहे हैं.
प्रवीण दटके को आगामी विधानसभा चुनाव न तो लड़ना है और न ही मनपा चुनाव लड़ना है,इसलिए आंदोलन से उनके राजनैतिक भविष्य पर कोई असर नहीं पड़ने वाला,इसलिए भी सिर्फ अपना वजनदारी शहर में बढ़ाने के लिए बसों का हड़ताल जारी रखवाए हुए हैं.
जब तक गडकरी,फडणवीस की दटके को फटकार या समझाइश नहीं होती कोई माई का लाल यह आंदोलन समाप्त नहीं करवा सकता ?
इस आंदोलन से आम जनता जनार्दन काफी छुब्ध है और इसका असर आगामी चुनावों में होने वाला हैं.
उल्लेखनीय यह है कि कुकड़े,मेश्राम,जोशी,गवई,ठाकरे, भिसिकर,तांबे हो सकते है आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार हो सकते है.कुंभारे और खोपड़े का टिकट कटना तय माना जा रहा हैं.