– रू. 5000/- से अधिक के बिजली नगद में स्वीकार करें: प्रसाद के. धारप (प्रशासक टीम मेंबर)
नागपूर :-नाग विदर्भ चेंबर ऑफ काॅमर्स के प्रशासक टीम मेंबर सी.ए. प्रसाद के धारप ने चेंबर के पुर्व उपाध्यक्ष फारूकभाई अकबानी के साथ MSEDCL के चीफ इंजीनियर दिलीप दोडके को रू. 5000/- से अधिक के बिजली बिल विभाग द्वारा नगद में स्वीकार करने व बिजली संबंधित अन्य मुद्दो हेतु ज्ञापन दिया।
उन्होंने ¬प्रतिवेदन द्वारा दिलीप दोडके से कहा कि नाग विदर्भ चेंबर आॅफ काॅमर्स विदर्भ के व्यापारियों सभासदों द्वारा निवेदन मिला है कि बिजली विभाग के आदेशनुसार रू. 5000/- से अधिक राशी के बिल नगद में स्वीकार न करते हुये ग्राहकों को सिर्फ चेक या आॅनलाईन भरने को कहा जा रहा है। जिसके कारण बिजली उपभोक्ताओं को बहुत परेशानी हो रही है।
अब तक बिजली विभाग द्वारा बिल नगद में स्वीकार किये जा रहे थे। वर्तमान में यदि कोई ग्राहक बिल भरने की अंतिम तारीख निकल जाने के बाद चेक से भुगतान करता है तो बिजली विभाग चेक क्लीयर होने तक उस ग्राहक की बिजली पुनः शुरू नहीं करता, जिससे आम जनता को परेशानी होती है। चेक या आॅनलाइन के इस नियम तथा आर्थिक परेशानियों के कारण अधिकांश ग्राहक चाहते हुये भी अपना बिजली का बिल समय पर नहीं भर पा रहे और जिससे बिजली विभाग को भी भुगतान समय पर नहीं मिल पाता।
अतः आपसे निवेदन है कि विभाग द्वारा चेक या आॅनलाईन के साथ-साथ रू. 25 हजार तक के बिल नगद में स्वीकार करना चाहिये। जिससे छोटे बिजली उपभोक्ता भी बिना किसी परेशानी के समय पर बिजली बिल भर सके और इससे बिजली विभाग का वित्तीय नुकसान भी नहीं होगा।
फारूकभाई अकबानी ने निवेदन किया कि वर्तमान में त्यौहारों का सीजन भी शुरू हो गया है। बार-बार बिजली शटडाउन होने से छोटे व मझोले व्यापारियों को बहुत नुकसान होता है। अतः बिजली विभाग द्वारा बार-बार बिजली बंद नहीं जानी चाहिये तथा इलेक्ट्रीक व्यवस्था को सुचारू बनाये रखने हेतु ठीक तरह से रखरखाव किया जाना चाहिये।
दिलीप दोडके ने चेंबर के प्रतिवेदन को सुनने के बाद आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द इस निवेदन का संज्ञान लेकर आम जनता एवं व्यापारीयों को राहत दी जायेगी। इस अवसर पर चेंबर के सदस्य सचिन पुनियानी, गजानंद गुप्ता एवं सलीम अजानी भी उपस्थित थे।
उपरोक्त जानकारी प्रेस विज्ञप्ति द्वारा प्रशासक टीम मेंबर सी.ए. प्रसाद के. धारप ने दी।