नागपुर :- अगर हम गलत नहीं हैं और किसी के साथ गलत नहीं कर रहे हैं, तो भगवान हमेशा हमारे साथ हैं और हमारी रक्षा करेंगे. उक्त आशय के उद्गार शिव मंदिर पंच कमेटी, खलासी लाइन की ओर से शिव मंदिर प्रांगण में जारी श्रीमद्भागवत कथा में प्रह्लाद चरित्र का वर्णन करते हुए कथाकार योगेश कृष्ण महाराज ने कहे। कथा का समय 3 से 7 रखा गया है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रह्लाद, असुर राज हिरण्यकश्यप का पुत्र था. प्रह्लाद, भगवान विष्णु के बहुत बड़े भक्त थे.हिरण्यकश्यप को प्रह्लाद पसंद नहीं था क्योंकि वह भगवान विष्णु की पूजा करता था.हिरण्यकश्यप ने प्रह्लाद को मारने के लिए कई बार कोशिश की, लेकिन भगवान ने हर बार प्रह्लाद को बचाया. भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर हिरण्यकशिपु का पेट चीर कर उसे मार डाला और सृष्टि को उसके अत्याचारों से मुक्ति प्रदान की। आयोजक योगेश चौरसिया, शिखा चौरसिया ने सभी से उपस्थित रहने की अपील की है।