– हिंसा के बाद अहमदनगर के दोनों शहरों में क्या हैं हालात?
अकोला :- महाराष्ट्र के अकोला और शेवगांव में हिंसा की आग बुझ गई है पर तनाव अब भी कायम है. पुलिस की कई टुकड़ियां सड़कों पर फ्लैग मार्च कर रही हैं. पुलिस अधिकारी लोगों से अपील कर रहे हैं कि अफवाहों पर ध्यान न दें. अब तक 130 से अधिक लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. इस हिंसा में एक शख्स की मौत हुई है, वहीं 13 लोग जख्मी हुए हैं. जख्मियों में चार पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. दोनों जगहों पर इंटरनेट बंद है.
अकोला और शेवगांव की सड़कों पर अब भी सन्नाटा पसरा हुआ है. इक्का-दुक्का लोग ही सड़कों पर निकल रहे हैं. हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी. हालांकि, अब किसी उपद्रव की सूचना नहीं है. पुलिस घटना के वायरल हुए वीडियो के आधार पर उपद्रवियों की पहचान में जुटी हुई है.
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
वहीं, बीजेपी के मंत्रियों ने दावा किया है कि हिंसा शायद पूर्व नियोजित थी. वहीं, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि कुछ लोगों की कोशिस है कि महाराष्ट्र अस्थिर हो, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि सरकार हिंसा में शामिल सभी दोषिय़ों को नहीं बख्शेगी. अकोला में सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट के बाद विवाद ने हिंसा का स्वरूप ले लिया.
अकोला में 100 लोग हिरासत में
इस दौरान जब लोगों को समझाने पुलिस मौके पर पहुंची तो उपद्रवियों ने उन्हें भी नहीं बख्शा. उपद्रवियों की पत्थरबाजी में दो पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे. हालांकि, इस घटना में पुलिस को एक लाश भी मिली थी. पुलिस ने अकोला में 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं, शेवगांव में 32 लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
शेवगांव में बाजार बंद का ऐलान
अहमदनगर के शेवगांव में आज एक समुदाय विशेष की तरफ से बंद बुलाया गया है. जानकारी के मुताबिक, लोग एक मोर्चा भी निकालने वाले हैं. उनका आरोप है कि संभाजी महाराज की जयंती के मौके पर निकाली जाने वाली रैली में गड़बड़ी की आशंका प्रशासन को पहले से थी. पुंलिस को इस बारे में सूचित किया था, लेकिन समय पर पुलिस ने सुरक्षा नहीं मुहैया करवाई. वहीं, आज भी बाजार बंद है.