– घुबडी गांव की घटना
– साढ़े तीन से चार लाख की हानी
काटोल :- ऐन दिवाली की लक्ष्मी पूजा के दिन, काटोल तालुका के आदिवासी गांव घुबड़ी के आदिवासियों के घरों में आकस्मिक आग लगने से यहाँ के दो आदिवासीयों माकान आग पुर्णतः जल कर खाक हो गया. जिसमें घर में रखा संपूर्ण सामान आग के भेट चढ गया.
इस मामले में मिली जानकारी के मुताबिक, 12 नवंबर को शाम 6:30 से 7:30 बजे के बीच जब नीलेश मोरेश्वर कौरती के परिजनों द्वारा दिवाली पुजन के लिये दिऐ जलाकर दिवाली पूजा की तैयारी कर रहे थे, तभी नीलेश मोरेश्वर कौरती के घर को अचानक आग लग गई. निलेश कौरती के घर को आग लगने की घटना ग्रामीणों को दिखते ही संपूर्ण गांववासियों द्वारा निलेश के घर को लगी आग बुझाने में लगे थे तब तक नीलेश कौरती के करीबी राजेंद्र ज्ञानेश्वर कौरती के घर को आग ने अपने चपेट में ले लिया. जिसमें राजेंद्र ज्ञानेश्वर कौरती तथा निलेश मोरेश्वर कौरती दोनों घर बुझाये जाने तक नीलेश और राजेंद्र कौरती के दोनों घरों का सारा अनाज, किराना सामान, कपड़े और सब कुछ आग के भेंट चढ गया.
इस घटना की जानकारी काटोल तहसीलदार राजू रणवीर नायब तहसीलदार संजय भुजाड़े को मिली. तहसीलदार ने तुरंत मौके पर जांच दल भेजने के आदेश दिए। इस क्षेत्र के ग्राम अधिकारी बोराडे ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा किया।ग्राम अधिकारी बोराडे ने बताया कि नीलेश और राजेंद्र कौरती का घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। बताया जा रहा है कि इस अग्नी कांड में दोनों घरों का करीब साढ़े तीन से चार लाख का नुकसान हुआ है.
हालांकि आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन ऐन दिवाली के दिन लगी आग में दोनों आदिवासी परिवारों का सब कुछ नष्ट हो गया है।
ग्रामीणों ने राज्य सरकार से दोनों आदिवासी परिवारों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है.