– शिवसेना ने सौंपा नागपुर सुधार प्रन्यास के विभागीय अभियंता को ज्ञापन
नागपुर :- शिवसेना उद्धव बालासाहब ठाकरे के शिवसेना उपजिला प्रमुख यशवंत गुड्डू रहांगडाले स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर नागपुर सुधार प्रन्यास के विभागीय अधिकारी अनिल राठौड़ एंव संजय चिमुरकर ज्ञापन सौंपा और समस्याओं पर ध्यान आकर्षित कराया की, पूर्व नागपुर के भवानी नगर, पुनापुर, भांडेवाड़ी, नवीन नगर ईस परिसर को बसे हुए 40 साल बीत चुके हैं, बावजूद इसके स्थानीय नागरिकों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है, भवानी नगर, पुनापुर, भांडेवाड़ी, नवीन नगर ईस परिसर के नागरिकों ने अपने भूखंडों के नागपुर सुधार प्रन्यास में 40,000/- से लेकर तो 200000/- दो लाख रुपये तक विकास शुल्क भी अदा कर दिए हैं, ईस हिसाब से परिसर में बडी संख्या में लेआऊट हैं जँहा हजारों भूखंड धारक हैं जिन्होंने करोड़ों रुपए नागपुर सुधार प्रन्यास के कोष में जमा कर चुके हैं, ईस परिसर में शेकड़ों नागरिकों ने अपने भूखंडों पर मकान बना चुके हैं, और पिछले 40 साल से रह रहे हैं बावजूद ईसके ईस परिसर में आज भी सीवर लाईन यानी गटर लाईन का अतापता नहीं हैं, ईस परिसर में नागपुर शहर की दो बडी नाग नदी हैं पीली नदी एंव शहर के बीचों बीच बहने वाली नाग नदी हैं, बावजूद इसके नागपुर सुधार प्रन्यास एंव नागपुर महानगर पालिका का ईस और ध्यान आकर्षित नहीं होता, स्थानीय नागरिक आज भी चाहे जितना भी पैसा लगाकर मकान बनवा ले, ऊस मकान मालिक को खोदना सेफ्टी टैंक का गड्डा ही हैं, अब परिसर में परिस्थिति ईतनी भयावह बन चुकी हैं की आजु बाजू में सभी तरफ मकान बन चुके हैं, यह खोदे गए सेफ्टी टैंक के गड्ढे भरने लगे हैं, दैनिक जीवन का मलमूत्र होने से इससें असहनीय दुर्गंध परिसर में फैल जाती हैं, जिससे नागरिकों में हैजा, मलेरिया, स्वाईन फ्लू की बीमारियां होने का खतरा हमेशा बना रहता हैं, स्थानीय नागरिक नरकीय जीवन जीने पर मजबूर हैं, स्थानीय नागरिक सेफ्टी टैंक भर जाने पर नागपुर महानगर पालिका से सेफ्टी टैंक खाली करने की गुहार लगाते हैं लेकिन मनपा प्रशासन के पास 5 झोन मिलाकर मलनिस्सारन की एक ही गाडी होने के कारण महीनों तक गाडी सेफ्टी टैंक का गड्डा खाली करने के लिए उपलब्ध नहीं हो पाती, जिसके कारण नागरिक सेफ्टी टैंक के भरे हुए गंदे जल की दुर्गंध के साथ रहने पर मजबूर रहते हैं, अब सालों बीतने के बाद भी परिसर में सीवर लाइन न होने के कारण परिसर के नागरिकों के मन में स्थानीय जनप्रतिनिधियों एंवम स्थानिय विधायक के प्रती तीव्र आक्रोश व्याप्त है, सालों से जनप्रतिनिधि क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं बावजूद सीवर लाइन की सुविधा स्थानीय नागरिकों को उपलब्ध कराने के प्रती गंभीर नहीं हैं, चुनाव आने पर परिसर में लिपापोती काम सुरु हो जाता हैं,परिसर को बसे 40 साल बाद अब नागपुर महानगर पालिका एंव नागपुर सुधार प्रन्यास परिसर में वेस्टेज वॉटर लाइन डालने का काम कर रहीं हैं जिससे समस्या का समाधान होना असंभव हैं, यशवंत गुड्डू रहांगडाले ने नागपुर सुधार प्रन्यास के अधिकारियों से सवाल किया की, आखिर कब तक बगैर नियोजन का काम पूर्व नागपुर के भवानी नगर, पुनापुर, भांडेवाड़ी, नवीन नगर में चलता रहेंगा! जिसपर अधिकारियों ने चुप्पी साध ली,
ईसी परिसर को केंद्र सरकार ने मनपा प्रशासन के द्वारा स्मार्ट सिटी बनाने का तय किया है, जो पिछले छः साल में केवल 10 टक्का ही काम हो पाया है, जो नागरिक स्मार्ट सिटी में प्रभावित हुआ है ऊस नागरिक का अब तक अन्यत्र पुनर्वास नहीं हो सका है,शिवसेना उपजिला प्रमुख यशवंत रहांगडाले के अनुसार स्थानीय नागरिकों ने मनपा प्रशासन से विनंती की हैं की उन्हें ऐसी स्मार्ट सिटी नहीं चाहिए जिसके बनने से प्रशासन के करों/टैक्स से सामान्य नागरिक बोझ तले दबता चला जाएं, उन्हें तो केवल अच्छी सडकें, बिजली पानी, सीवर लाइन, बच्चों के लिए अच्छे सरकारी स्कूल एंव अस्पताल मिल जाए तो उसीं में खुश हैं, रहांगडाले ने नागपुर सुधार प्रन्यास के अभियंता अनील राठौड़ एंव दूसरे अभियंता संजय चिमुरकर को निवेदन के माध्यम से अपील की परिसर में जब से स्मार्ट सिटी प्रस्तावित की गई हैं तभी से अब तक स्थानीय नागरिक जिन्होंने नागपुर सुधार प्रन्यास में डिमांडनोट व आर.एल. लेटर प्राप्त होने हेतु जो 1000/- एक हजार रुपये भरकर आवेदन किया है उन्हें अब तक ईन 4 चार सालों में डिमांडनोट तथा आर. एल.लेटर नहीं प्राप्त हुए हैं जिसकें कारण कोई भी भूखंड धारक या अपने भूखंड गैर कृषी कर प्रमाणपत्र व सिटी सर्वे रेकॉर्ड पर अपना नाम दर्ज नही करा पा रहा है, नाही अपने मकान का नागपुर सुधार प्रन्यास में नकासा पास करा पा रहा हैं, ऐसी समस्याओं से नागरिक परेशान हो चुके हैं जल्द से जल्द भूखंड धारकों को डिमांडनोट एंव आर. एल.लेटर देकर समाधान करने की गुहार यशवंत गुड्डू रहांगडाले ने नागपुर सुधार प्रन्यास के अधिकारियों से की, शिष्टमंडल में निवेदन देते समय सेवानिवृत्त पोलिस अधिकारी सुनील खेरडे, बाबा शेंडे, अनिल सपाटे, प्रमोद चाफले, विट्ठलराव लांजेवार, कृष्णा चावके, रामभाऊ राऊत, प्रकाश बैगने, सुनील चावके, भीमराव राऊत, कवडू साखरकर, नन्दकिशोर राऊत, अजय ठाजरे, रूपेश वैद्य आदि नागरिक उपस्थित थे।