नागपूर :-विदर्भ के 13 व्यापारियों की अग्रणी व शीर्ष संस्था नाग विदर्भ चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधीमंडल ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री व वित्तमंत्री अजित पवार से उनके नागपुर कार्यालय में मुलाकात कर निर्यातकों को GST वापस मिलने में हो रही देरी पर प्रतिवेदन दिया।
चेंबर के सचिव सचिन पुनियानी ने प्रतिवेदन द्वारा अजित पवार को बताया कि EXPORTERS भुगतान किया गया GST सामान्यतः 2 से 3 महीनों में IGST के मार्फत उन्हें वापस मिल जाता है। वर्तमान में देखने में आ रहा है कि मिहान व बोरखेड़ी, नागपुर की ICD खासकर मिहान में EXPORTERS को IGST वापस मिलने में 1 वर्ष से ज्यादा का समय लग रहा है। निर्यातक GST का पैसा अपने खर्चो में दर्ज नहीं करता, क्योंकि उसे उम्मीद रहती है कि उसे IGST जल्द ही वापस मिल जाएगी किंतु मिहान व बोरखेड़ी की ICD द्वारा IGST वापस मिलने में इतनी अधिक देरी के कारण EXPORTERS को बहुत परेशानी हो रही है। साथ ही उनसे निवेदन है आप GST COUNCIL मिहान व बोरखेड़ी, नागपुर की ICD को निर्देश दे कि वे जल्द से जल्द EXPORTERS को IGST वापस दिया करें।
अजित पवार ने चेंबर के निवेदन को ध्यान से सुनकर तुरंत आशीष शर्मा, जी.एस.टी. कमीश्नर, महाराष्ट्र को फोन पर इस समस्या का जल्द से जल्दा निवारण करने के निर्देश दिए तथा इस विषय को जी.एस.टी. काउंसिल में भी रखने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर चेंबर के सर्वश्री – उपाध्यक्ष – स्वप्निल अहिरकर, सचिव सचिन पुनियानी, कार्यकारिणी सदस्य हुसैन अजानी, सी.ए. उमंग अग्रवाल, अॅड. निखिल अग्रवाल उपस्थित थे।
उपरोक्त जानकारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सचिव सचिन पुनियानी ने दी।