चमत्कारिक अमृत औषधीय गुणों से भरपूर है बरगद और पीपल के फल

नागपुर –  आयुर्विज्ञान, वनस्पती विज्ञान और वैदिक धर्मशास्त्रों के अनुसार बरगद वृक्ष का पंचाग में शक्तिशाली दीर्धायु अमृत औषधीय गुणों से भरपूर खजाना छिपा हुआ है?
हम कुछ उम्र के बाद या फिर किसी प्रकार के रोगों का शिकार होने के बाद अपने शरीर में शारीरिक कमजोरी महसूस करने लगते  है। और यह शारीरक शक्ति को फिर से बढ़ाने के लिए हम किसी की सलाह लेने लगते है या फिर हम डॉक्टर के पास जाते है। और डॉक्टर आपको महंगी – महंगी दवाओं की पर्ची थमा देता है। जिससे आपको कई बार फायदा होता है या फिर नहीं होता। उसके साइड इफेक्ट्स होने का खतरा भी बना रहता है। तो आपकी इन संमस्याओं का घरेलु इलाज बरगद के उपयोग से संभव है।

बरगद और पीपल के फल आपकी शारीरक शक्ति बढ़ाने में बहुत ज्यादा असरदार और फायदेमंद है। आप घरेलु उपचार से ही आपकी शारीरक शक्ति को बिना किसी साइड इफेक्ट्स के कई गुना तक बढ़ा सकतें है।  यदि आप नहीं जानते बरगद के फल खाने के फायदे क्या है? तो इस लेख को पूरा पढ़िए इस लेख में आपकी समस्यां का समाधान आपको आपकी शारीरक समस्यां क दूर करने में मदद करेगा।
इसीलिए आज के इस लेख में हम बरगद के फल खाने के लाभ क्या है? और आपकी किन -किन शारीरक समस्याओं में यह फायदेमंद है इसके वषय में जानकारी लेने वाले है। तो चलिए शुरू  करते है।

बरगद के पेड़ के फायदे :बरगद के फल खाने के फायदे :शारीरक शक्ति बढ़ाता है बरगद के फल और उपयोग : बरगद के ताजे फल खा सकते हैं :बरगद के दूध के फायदे :

बरगद के पेड़ के अत्याधिक फायदे :

आयुर्वेद में बरगद के फल, फूल, पत्ते और जटाओं का औषधीय प्रयोग किया जाता है। इसका उपयोग नेत्र रोग, केश विकार, दांतों और  गले के रोग, कान  के रोग, हृदय विकार, पाइल्स, डाइबिटीज़, चर्म रोग, कमजोरी जैसे रोगों में  बहुत लाभकारी होता है। आपके शरीर में पहले जैसी शक्ति नहीं रहती है, आपका शरीर दुबला – पतला है , थोड़ा सा काम करने पर आप थक जाते है, कमजोरी और थकान रहती है या फिर आप अपनी शक्ति खो चुके हे और फिरसे पाना चाहते है तो आपको बरगद के फल आपकी इन सभी समस्यांओं को दूर कर सकतें है।
यदि आप स्वप्न दोष, धातु रोग, वीर्य का पतला पन, शीघ्र पतन जैसे रोगों से परेशान हो तो चिंता करने की ज़रूरत नहीं बरगद की औषधीय गुणों का उपयोग करके आप आसानी से अपना इलाज  घर पर ही कर सकते है।
यह तरीके १०० प्रतिशद काम करते है।  इससे शारीरिक, मानसिक और यौन शक्ति बढ़ती है। और इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं है। यह उपयोग महिला और पुरुष दोनों के लिए कारगर और असरदार है।

बरगद और पीपल के फल के वानस्पतिक नाम क्या है

बरगद और पीपल के फल खाने के फायदे :शारीरक शक्ति बढ़ाता है बरगद के फल और उपयोग : बरगद और पीपल के ताजे फल खा सकते हैं :
१) बरगद -पीपल के फल को शतावरी चूर्ण, अश्वगंधा चूर्ण, गोखरू चूर्ण, विधारा चूर्ण और बिदारी चूर्ण इन सभी को समान मात्रा में लेकर बारीक़ चूर्ण बनाकर उसमें उतनी हो मात्रा में पीसी हुवी बारीक़ मिश्री मिलाकर रख लें।
इस चूर्ण का सुबह उठकर १ से २ चम्मच की मात्रा को दूध या पानी में मिलाकर इसका रोजाना नियमित सेवन करें। आप देखेंगे कुछ ही दिनों में इस चूर्ण का उपयोग आपके शरीर में गजब की शक्ति भर देगा और आपकी सभी प्रकार की शारीरिक कमजोरी  दूर करेगा।

२)  शारीरिक शक्ति बढ़ने के लिए बरगद और पीपल के पके हुवे लाल फल  इस के बारीक़ बीज के साथ लेकर सूखा लीजिये।  इस फल के सूखने के बाद इसका बारीक़ पाउडर बना लीजिये। इस पाउडर में समान मात्रा में पीसी हुवी मिश्री मिलाकर सुबह शाम ३ से ४ ग्राम की मात्रा दूध के साथ सेवन करने से शरीर की कमजोरी दूर होती है।  इस प्रयोग से आपको अपार बल की प्राप्ति होगी। साथ ही यह आपकी शारीरक, मानसिक और यौन-काम शक्ति को बढ़ाता है।

३) शारीरिक शक्ति बढ़ने के लिए एक और प्रयोग है इसमें आपको बरगद के फल और पीपल के फल को सामान मात्रा में सूखा कर इसका पाउडर बनाकर देसी घी में सेक लें सुबह शाम गाय के गुनगुने दूध के साथ सेवन करने से भी शारीरक दुर्बलता दूर होकर आपको अपार बल की प्राप्ति होती है।

४) बरगद के फल का १०० ग्राम चूर्ण, शतावरी चूर्ण ५० ग्राम और त्रिफला चूर्ण २५ ग्राम इन सभी को मिलाकर इसमें उतनी ही मात्रा में पीसी हुवी मिश्री मिलाकर इस चूर्ण का शाम १ से २ चम्मच पानी या दूध के साथ सेवन करें। यह प्रयोग भी आपकी शारीरक शक्ति को बढ़ाने में आपकी मदद करेगा।

५) बरगद के  चूर्ण ५० ग्राम, काले तिल का चूर्ण ५० ग्राम, भृंगराज चूर्ण, ५० ग्राम, ५० ग्राम पीसी हुवी मिश्री, शुद्ध शहद १०० ग्राम, गाय का घी २५ ग्राम, त्रिफला चूर्ण २५ ग्राम इन सभी को मिलाकर रख लें और इन सभी का भी सुबह शाम दूध या पानी के साथ सेवन करें। यह प्रयोग आपकी शारीरक शक्ति के साथ आपकी कई प्रकार की शारीरिक समस्यां दूर करेगा।

बरगद के दूध के फायदे :
शारीरिक शक्ति बढ़ाने में बरगद का यह प्रयोग भी बहोत ही कारगर हे, यह प्रयोग करने के लिए आपको बाजार से बताशे लेकर आना हे, अब बरगद के पेड़ के पास जाकर इसके पत्तों को तोड़ कर इसमें से निकलने वाले दूध की २ या ३ बुँदे आपको बताशे पर टपका कर इस बताशे का सेवन करना है।

ध्यान रहे  यह प्रयोग आप को सुबह ही करना हे क्यों की सुबह में बरगद के पेड़  में दूध की मात्रा ज्यादा होती है और धीरे धीरे कम होती जाती हे। बताशे की मात्रा को अपने पाचन प्रणाली के हिसाब से कम या ज्यादा कर सकते हो। इस दूध के अंदर बहोत सारे शक्ति वर्धक रासायनिक गूण पाए जाते है।

यह सभी प्रगोग आपकी शारीरिक, मानसिक और यौन शक्ति को बढ़ाने के साथ साथ कमजोरी, वीर्य का पतलापन, धातु रोग, वीर्य का नाश होने से आयी कमजोरी को दूर करता है। यह प्रयोग इतना कारगर है के इसे करने से व्यक्ति को १०० प्रतिशद लाभ मिलता है। इस प्रयोग को सामान्य व्यक्ति और महिलाएं भी अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए प्रयोग कर सकती है।

सारांश 

हजारो वर्षो से हमारी ऋषि- मुनिओं की तपस्यां से हमें आयुर्वेद औषधि और उसके उपयोग की जानकारी प्राप्त हुवी है। आप इसी  अंदाजा  लगा सकतें है  के अभी के मुकाबले हमारे पूर्वज कितने शक्तिशाली और लम्बी आयुवाले थे। उस समय उन सभी को अभी की मॉर्डन दवाएं उपलब्ध नहीं होती थी फिर भी वे आयुर्वेदिक औषधि की  सही जानकारी और उपयोग से अभी के मुकाबले काफी लम्बा और स्वस्थ जीवन शैली की आनंद उठाते थे।
इसीलिए हमको भी हमारी प्राचीन संस्कृति और आयुर्वेदिक औषधि का  सही जानकारी की मदद से थोड़ा – बहुत  ही चाहिए। जिससे हमारी आनेवाली पीढ़ी को भी यह ज्ञान मिल सकें।
तो इस लेख को यहीं पर ख़त्म करते है। आशा करता हूँ आपको इस लेख में बरगद के फल खाने के फायदे और इसकेउपयोग के विषय में विस्तार से जानकारी मिली होगी।

सहर्ष सुचनार्थ नोट्स:-

कृपया आपको भी इस दिव्य बरगद के पेड़ और बरगद के फल खाने के लाभ के बारें में किसी प्रकार की जानकारी चाहिए तो कृपया किसी अत्यंत अनुभव कुशल आयुर्विज्ञान विशेषज्ञ तथा वनस्पति विज्ञान विशेषज्ञ ( चिकित्सक) की सलाह लेना अनिवार्य है.

– टेकचंद्र शास्त्री
संपर्क: 9822550220 , 9130558008

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