नगरों के वार्डों और सार्वजनिक स्थलों तक पहुंच, उपलब्ध सुविधाओं, सौंदर्यशास्त्र और पारिस्थितिकी आदि के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा
वाटरफ्रंट्स, हरित स्थलों, पर्यटक/विरासत स्थलों और बाजार/व्यावसायिक स्थलों की श्रेणी के तहत कुछ चयनित सुंदर सार्वजनिक स्थलों को राज्य/राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जाएगा
नई दिल्ली :-आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा 26 अप्रैल, 2023 को ‘नगर सौन्दर्य प्रतियोगिता (सिटी ब्यूटी कॉम्पिटिशन)’ पोर्टल https://citybeautycompetition.in का शुभारंभ किया गया है। देश के शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से इस प्रतियोगिता में शामिल हो सकते हैं। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य सुंदर, नवाचारी और समावेशी सार्वजनिक स्थलों का निर्माण करने के लिए देश के नगरों और वार्डों द्वारा किए गए परिवर्तनकारी प्रयासों को प्रोत्साहित करना और उन्हें मान्यता देना है।
इस प्रतियोगिता के तहत, शहरों के वार्डों और सार्वजनिक स्थलों का पाँच व्यापक स्तंभों अर्थात (i) पहुँच (ii) सुविधाएँ (iii) गतिविधियाँ (iv) सौंदर्यशास्त्र और (v) पारिस्थितिकी के तहत मूल्यांकन किया जाएगा। यह प्रतियोगिता नगरों और शहरों में सबसे सुंदर वार्डों और सार्वजनिक स्थलों को सम्मानित करने में मदद करेगी। हालांकि चयनित वार्डों को नगर और राज्य स्तरों पर सम्मानित किया जाएगा, जबकि चार श्रेणियों यानि वाटरफ्रंट्स, हरित स्थलों, पर्यटक/विरासत स्थलों और बाजार/व्यावसायिक स्थलों के तहत नगरों को पहले राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा और उसके बाद कुछ चयनित (शॉर्टलिस्ट) प्रविष्टियों के बारे में राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों के लिए भी विचार किया जाएगा।
‘नगर सौंदर्य प्रतियोगिता’ में भाग लेने की अंतिम तिथि 15 जुलाई, 2023 है। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले यूएलबी आवश्यक डाटा/दस्तावेज (फोटोग्राफ, वीडियो, प्रस्तुति और स्वयं रिपोर्ट की गई बुनियादी जानकारी सहित) https://citybeautycompetition.in पर सृजित की गई ऑनलाइन सुविधा के माध्यम से जमा कर सकते हैं। एक नॉलेज पार्टनर के रूप में एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया (एएससीआई) इस प्रक्रिया में वार्डों/यूएलबी/राज्यों को रखरखाव सहायता प्रदान करेगा।
नगर सौन्दर्य प्रतियोगिता वार्डों और शहरों को सुंदर सार्वजनिक स्थलों का निर्माण करने की दिशा में उनके प्रयासों का प्रदर्शन करने के लिए एक विशिष्ट अवसर प्रदान करती है। यह प्रतियोगिता विरासत और संस्कृति, सतत समुदायों और पारिस्थितिक संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ-साथ राज्यों और नगरों में मित्रवत् व्यवहार सीखने में प्रोत्साहन प्रदान करेगी।