नागपूर :-शहर में अनेक सड़के सीमेंट की बनी हुई है और कई नई बन रही है. परंतु, ऐसी सड़कों पर अतिक्रमण भी तेजी से बढ़ने लगा है. अनेक व्यवसायी सड़कों, फुटपाथों को अपनी नीजि संपत्ति समझने लगे है. ऐसा ही दृश्य इन दिनों मानेवाडा चौक से बेसा की ओर जानेवाले मेन रोड का है.
उपराजधानी नागपुर का चारों दिशाओं में तेजी से विस्तार हो रहा है. दक्षिण नागपुर के मानेवाडा से लेकर बेसा रोड पर अनेक लेआउट, नगर बने है. लाखों की संख्या में लोग यहां निवास करते है. इस रोड पर बैंक, सभागृह बडी संख्या में है. अब बेसा की पहचान तो नये नागपुर के रूप में होने लगी है. मानेवाडा चौक से बेसा तक बड़ी चौड़ी सीतमेंट की सड़क बनी हुई है. इससे वाहनों के आवाजाही के लिये अ’छी सुविधा निर्माण हुई है. साथ ही पैदल चलनेवाले लोगों के लिये फुअपाथ बनाये गये है. परंतु, इस फुटपाथों पर नीजि व्यवसायियों ने कब्जा जमाया हुआ है. खासकर मानेवाडा -बेसा रोड के मंगलदीप नगर में क्वालिटी कार्स नामक पुराने फोर विलर वाहनों की बिक्री करनेवाले व्यवसायी ने कब्जा किया हुआ है. एक गैरेजवाले के वाहन फुटपाथ पर खडे होते है. शाम के समय गुपचुप विक्रेताओं के ठेले यहां लगते है. जिससे नागरिकों को खासकर स्कूल, कॉलेज में जानेवाले छात्र- छात्राएं, महिला, वरिष्ठ नागरिकों का यहां से चलना मुश्किल होता है. एक ओर मनपा का उपद्रव शोध टीम सड़क पर व्यवसाय करनेवाले छोटे विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई करती है. परंतु, मानेवाडा- बेसा रोड पर फोर विलर वाहनों का व्यवसाय करनेवाले, गैरेज का काम सड़क पर करनेवालों की ओर ध्यान नही जा रह, ऐसी नागरिकों की भावना है.