– 71 कलश धारी महिलाएं हुईं शोभायात्रा में शामिल
नागपुर :- परमात्मा सृष्टि के सृजनकार हैं। प्रभु श्री कृष्ण को प्रणाम कर लेने भर से ही जीवन के सभी प्रकार के दुख दूर हो जाते हैं। कैसा भी व्यक्ति हो कथा के श्रवण से उसका कल्याण होना निश्चित हो जाता है।श्रीमद्भागवत भागवत रूपी गंगा में गोते लगानेवाला स्वयं तो मुक्त होता ही है, वह दूसरों को भी तारने में समर्थ हो जाता है। उक्त उद्गार श्री बड़ी मारवाड़ माहेश्वरी पंचायत भवन, श्याम धाम, हिवरी नगर में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान 1008 जगतगुरु स्वामी रामानुजाचार्य स्वामी श्रीधराचार्य महाराज भक्तों से कहे। श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन 14 जनवरी तक किया गया है। कथा का समय दोपहर 2:30 बजे से रखा गया है।
कथा आरम्भ से पूर्व मंगल कलश यात्रा वर्धमान नगर के राधा कृष्ण मंदिर से निकली। यात्रा में 71 महिलाएं सिर पर मंगल कलश धारण आगे चल रही थीं। बैंड पर आरती की धुन बजाई जा रही थी। यजमान परिवार सिर पर पोथी रख कथाकार महाराज जी के साथ चल रहे थे। मार्ग पर जगह जगह भक्त परिवारों ने शोभायात्रा का स्वागत किया।
महाराज ने भागवत कथा की महिमा का बखान करते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत भागवत साक्षात भगवान की दिव्य वाणी है। इसकी महिमा अपार है, अपरिमित है। शेष, महेश,गणेश भी इसकी महिमा को पूरी तरह से नहीं कह सकते फिर मनुष्य की तो बात ही क्या। सच्ची बात तो यह है कि इसकी महिमा का पूर्णतया वर्णन हो ही नहीं सकता। श्रीमद्भागवत में सम्पूर्ण वेदों का सार है। महाराज ने ‘गोविन्द राधे माधव, गोपाल राधे माधव …’भजन गाकर सभी को भक्ति से भर दिया।
आज व्यासपीठ का पूजा मुख्य यजमान कांतिलाल गोवर्धन दास राठी-जलगांव, अमृतलाल मालू, नरसिंह सारडा, जितेंद्र माहेश्वरी, मनोज खेमानी , दिलीप बिहानी, मुकेश अग्रवाल, नीतेश भट्टड, बाल कृष्ण राठी,नवीनचंद्र राठी,सत्यनारायण राठी, वर्धमान जैन, प्रशांत राणे, लीलाधर चौधरी, चंद्रकांत सारडा,सूरज पाटिल,लालचंद पाटिल,सुनील माधेना, सत्यनारायण धूत,अशोल जाजू,श्रीराज भांगडिया, रेखा राठी, संजय मालू, संतोष मालू, गिरधारी काबरा, सुप्रिया काबरा, सुनील मानधना, रामा मानधना ने की।
9 जनवरी को कपिलो आख्यान, सांख्य दर्शन, उद्धव चरित्र की कथा होगी। सफलतार्थ नारायण सारडा, नंदू कालंत्री, चंद्रकांता सारडा, विनय सारडा, राजेश काबरा, जगदीश बंग, कमलेश ,पुजारी माहेश्वरी भवन वाले, नरसिंह सारडा, ब्रिजगोपाल दरक, नितेश भत्तड़, जितेंद्र माहेश्वरी, महेश बजाज, मनोज लोया, संतोष मालू, वीणा केला, राधिका मूंदड़ा, जयश्री बियानी, रेखा जोशी, पूर्णिमा काबरा, मीना दरक,राधा कृष्ण उत्सव मंडल राजू झंवर व प्रहलाद जाजू सहित अन्य प्रयासरत हैं।