काटोल :- रेल मार्ग से देश के सभी ओर जोडने वाले रेल लाईन पर बसे काटोल -शहर तथा मुंबई-कोलकाता एशियाई राजमार्ग 46 पर बसें, कोंढाली की ग्राम पंचायत को नगर पंचायत में अपग्रेड किया गया है। नगर विकास विभाग द्वारा कोंढाली नगर पंचायत को नगर विकास विभाग द्वारा एक प्रशासनिक अधिकारी की नियुक्ति के बाद कोंढाली नगर का कारोबार प्रशासक द्वारा चलाया जा रहा है।
इसी तरह नागपुर जिले का बाजारगांव एक औद्योगिक गांव क्षेत्र बनता जा रहा है. यहां देश के सभी कोने मजदुर वर्ग काम करते है,इस क्षेत्र में देश के महत्त्व पुर्ण औद्योगिक इकाइयां स्थापित हैं.
एक ओर जहां कोंढाली और बाजारगांव की स्टेटस में सुधार हुआ है. वहीं, कोंढाली और औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण बाजारगांव क्षेत्र में मजदूर वर्ग और दूसरे राज्यों के वाहन चालकों सहित कई स्थानीय युवा नशेली पदार्थ (गांजा-चरस-अफीम) के आदी होते रहे हैं. जिसमें युवा (१५से ४५आयु वर्ग)के है.कोंढाली और बाजारगांव में काटोल रेलवे स्टेशन क्षेत्र और कारंजा (घा) से मादक पदार्थ (गांजा-चरस-अफीम) लाए जाने की आम चर्च है. इसी प्रकार जानकारी मिली है कि यहां कुछ पानठेलों पर युवाओं और छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है.
अब कोंढाली-बजारगांव के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण क्षेत्र को उडता पंजाब बनने से रोकने के लिए अवैध ड्रग्स और नशीली दवाओं की तस्करी पर रोक लगानी होगी।
जिसके लिए नारकोटिक्स, पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त कार्रवाई के लिए तीनों विभागों के बीच समन्वय की आवश्यकता है.
बताया जाता है की संबंधित विभागों के स्थानिक प्रशासन को अवैध नशीली दवाओं (गांजा-चरस-अफीम) और अवैध नशीली दवाओं (नकली शराब) के बिक्री केंद्रों की जानकारी है, लेकिन संबंधित विभाग द्वारा मनुष्य बल की कमी की जानकारी देते है। इस क्षेत्र में नवे का कारोबार धिरे धिरे बढ़ने की जानकारी मिली है . इसकी जानकारी संबंध विभागों को है . नशा मुक्ति के लिये सरकारी महकमे जो करे सो करें लेकिन, युवा पीढ़ी को नियंत्रण में रखने के लिए चिंतित माता-पिता को अपने युवा परिवार पर ध्यान देना आवश्यक है। यह जानकारी यहाँ के ज्येष्ठ नागरिक मंडल के पदाधिकारीयों द्वारा बताया गया है.