– उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किए दर्शन, लिया आशीर्वाद
नागपुर :- अपने मन, वाणी और चित्त को शुद्ध करने का लिए परमात्मा की चर्चा करना ही चाहिए। परमात्मा की लीला, उनका धाम, नाम मानव मात्र के लिए कल्याणकारी है। परम चेतन प्रभु ही इस संसार को चला रहा है। भगवत नाम का सुमिरन, उनका दर्शन करना चाहिए। प्रभु को भाव से ही समझा जा सकता है। करुणानिधि श्री राम सुख के धाम हैं। उक्त आशय के उद्गार शंकराचार्य प्रज्ञानानंद सरस्वती महाराज ने श्री शंकराचार्य कुटुम्बकम, नागपुर की ओर से आयोजित 3 दिवसीय दिव्य श्री राम कथा के अंतिम दिन भक्तों से कहे। श्री राम कथा का भव्य आयोजन भेंडे ले-आउट, मोखरे कॉलेज के पास, त्रिमूर्ति नगर में किया गया।
महाराज ने आगे कहा कि जब तक संसार में मोह रहेगा टैब तक आप संसार बंधन में बंधे रहेंगे। यह मोह हमें उस करुणानिधान के समीप नहीं जाने देता। बीच की माया का घूँघट वह मायापति ही हटा सकते हैं। परमात्मा को अपना प्रेम दो। वे ही प्रेम के सदपात्र हैं। भगवान पर विश्वास रखना चाहिए। वे ही इस संसार रूपी सागर से पार करेंगे।
प्रवचनों के बाद भव्य महाप्रसाद का आयोजन किया गया। इसका लाभ सभी उपस्थित भक्तों ने लिया।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लिया आशीर्वाद
आज कथा के अंतिम दिवस महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शंकराचार्य प्रज्ञानानंद सरस्वती महाराज के दर्शन किये व उनका आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर फडणवीस ने कहा कि महाराज जी सभी का ज्ञान वर्धन करने के लिए पधारें हैं। श्री राम हमारे आराध्य हैं और रामकथा सुनने से जीवन सुधर जाता है। उन्होंने संयोजिका विधि झा का सत्कार भी किया।
सफलता के लिए संयोजिका विधि झा सहित नीना मिश्रा, शेखर सोनी, अजय चिंतावार, पीयूष धनराज, किशोर वानखेड़े, अशोक धोटे, रितेश गावंडे, तानाजी वनवे, पंडित संतोष वत्स, किसन कुमार वर्मा आदि सहित अन्य प्रयासरत थे।