नागपुर :- स्थानीय लक्ष्मी नगर साइंटिफिक ऑडिटोरियम में कुलकर्णी एवं चेंडके परिवार तथा धन्वंतरि हॉस्पिटल की डॉ. समिधा चेंडके द्वारा “जीवन एक आनंदयात्रा” विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विद्यावाचस्पति, जो एक सामाजिक-शैक्षणिक विद्वान थे, ने बहुत ही सारगर्भित, ओजस्वी शैली में अपनी बात रखते हुए बताया कि जीवन की यात्रा को कैसे आनंदमय बनाया जाए। उन्होंने चतुर्विध पुरुषार्थ के गूढ़ विषय, यहाँ तक कि मोक्ष तक, को इस तरह समझाया कि आम लोग समझ सकें। अपने अंदर के देव और दानवों को कैसे पहचानें, पुराणों में विज्ञान, भारतीय संस्कृति, यज्ञों का महत्व और उपयोगिता आदि विषयों के अनुसार सरल ढंग से समझाया गया है।
इस अवसर पर कुलकर्णी दंपत्ति के सहवास की स्वर्ण जयंती मनाई गई। इस महोत्सव की विशिष्टता यह है कि वसंत और कुमुदिनी कुलकर्णी ने सामाजिक चेतना कायम रखते हुए “माधव नेत्रालय”, “गोरक्षण सभा” और “श्री” का आयोजन किया। सिद्धिविनायक सेवा फाउंडेशन द्वारा संचालित पहल “दीनदयाल थाली” के लिए इन धर्मार्थ संगठनों को समर्पित।
कार्यक्रम में माधव आई स्कूल के मेजर जन. (सेवानिवृत्त) अनिल बम, डाॅ. अनिल शर्मा, गौरक्षण सभा के प्रसन्न पातुरकर, ज्योत्सना कुरहेकर, वैद्य समिधा चेंडके, प्रशांत चेंडके, भारतीय वायु सेना के सेवानिवृत्त ग्रुप कैप्टन समीर कुलकर्णी, राधा कुलकर्णी, डाॅ. प्रवीण डबली उपस्थित थे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मित्रगण शामिल हुए।
कार्यक्रम का संचालन वैद्य समिधा चेंडके ने किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रशांत चेंडके ने किया.