– पेंच टाइगर रिजर्व के सर्वे में सामने आया चौंकाने वाला आंकड़ा
नागपुर :- महाराष्ट्र के नागपुर जिले के पेंच टाइगर रिजर्व (PTR) में नागरिक विज्ञान आधारित सर्वेक्षण के दौरान तितलियों (Butterflies) की कम से कम 129 प्रजातियां दर्ज की गईं.
एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. पीटीआर महाराष्ट्र के उप निदेशक डॉ. प्रभुनाथ शुक्ला ने कहा कि रिजर्व ने तिनसा इकोलॉजिकल फाउंडेशन के सहयोग से 10 से 12 मार्च के बीच अपना पहला तितली सर्वेक्षण आयोजित किया था.
सर्वेक्षण में 11 राज्यों के कम से कम 105 वॉलंटियर्स ने भाग लिया जिसमें से फैकल्टी और छात्रों के रूप में लगभग आधे प्रतिभागी गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर, छत्तीसगढ़, कोटा विश्वविद्यालय, राजस्थान और नागपुर विश्वविद्यालय से थे.
प्रभुनाथ शुक्ला ने कहा कि सर्वेक्षण का उद्देश्य तितलियों के लिए बेस लाइन डेटा स्थापित करना था. उन्होंने कहा कि विभिन्न मौसमों में इस तरह के सर्वेक्षण करने से वार्षिक चक्र में जनसंख्या और प्रजातियों की गतिशीलता में कमी आएगी. शुक्ला ने बताया कि सर्वेक्षण को तकनीकी भागीदार तिनसा इकोलॉजिकल फाउंडेशन द्वारा डिजाइन किया गया था और पीटीआर की सात रेंजों में सर्वेच्छण के लिए 65 शिविरों में से 42 का चयन प्रपोर्शनल रैंडम सैंपलिंग मैथड (आनुपातिक यादृच्छिक नमूना पद्धति) से किया गया.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गर्मी का सीजन होने के बावजूद प्रतिभागियों ने पांच तितली परिवारों की 129 प्रताजियों को रिकॉर्ड किया, जिसमें 49 नई तितलियों को 10 नए रेंज एक्सटेंशन में दर्ज किया गया. शुक्ला ने कहा कि सर्वे के दौरान तितलियों की कुछ महत्वपूर्ण प्रजातियां भी दर्ज की गईं. दर्ज की गई प्रजातियों में ब्लू मॉर्मन, कंजॉइन्ड स्विफ्ट, कॉमन नवाब, ब्राउन किंग क्रो, साइक, टेल्ड पाम फ्लाई, क्रिमसन रोज, कॉमन ट्रीब्राउन, ग्रास दानव, कॉमन लस्कर आदि शामिल हैं.
कहां होगा सर्वेक्षण के डेटा का इस्तेमाल
पीटीआर महाराष्ट्र के उप निदेशक ने कहा कि पूर्वी पेंच में शिविर क्षेत्र के पास मकड़ियों की कई प्रजातियां भी दर्ज की गई हैं. अधिकारी ने कहा कि इस डेटा का उपयोग कर तिनसा एक तकनीकी रिपोर्ट तैयार करेगा तिनसा एक तकनीकी रिपोर्ट तैयार करेगी जिसका उपयोग महाराष्ट्र में पीटीआर द्वारा संरक्षण हस्तक्षेपों और मौसमी सर्वेक्षणों का पालन करने के लिए किया जाएगा.
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